शिवपुरी। जिले के बैराड कस्बे में डेंगू बुखार का कहर बढता जा रहा है। कस्बे में पिछले एक माह में डेंगू के पांच रोगी सामने आए हैं, जिनमें से एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
वहीं रोग की चपेट में आए चार अन्य मासूम बच्चों का इलाज वर्तमान में ग्वालियर के निजी अस्पतालों में किया जा रहा है।
कस्बे में जानलेवा डेंगू रोग की आहट एक माह पूर्व बैराड़ निवासी छोटू उम्र 12 वर्ष पुत्र पप्पू रावत से शुरू हुई थी, इसके बाद अब तक तीन और बच्चों में डेंगू की पुष्टि हुई है। कस्बे के लोगों में बुखार का आंकडा लगातार बडता जा रहा हैए,और कई लोग बुखार से पीडि़त हैं। लेकिन प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे में उनकी सुध नहीं ली ली जा रही।
गौरतलब है कि एक माह पूर्व बैराड़ गांव के छोटू रावत को डेंगू होने की पुष्टि होने के बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर अपनी खाना पूर्ति कर दी परंतु कस्बे में दिनों दिन डेंगू के मरीज बडने से लोगों में दहशत का माहौल है।
घोषित रूप से अब तक करीब पांच डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं और अनेक लोग बुखार रोग से पीडि़त होकर इलाज करा रहे हैं। बैराड़ निवासी महिला गया कुशवाह उम्र 40 वर्ष पत्नी मोहनसिंह कुशवाह की एक माह पूर्व डेंगू रोग के चलते शिवपुरी के जिला अस्पताल में मृत्यु हो चुकी है।
इन बच्चों का चल रहा है ग्वालियर में इलाज
वर्तमान में नगर परिषद के वार्ड 2 निवासी छोटू उम्र 12 वर्ष पुत्र पप्पू रावत, वार्ड 9 निवासी अंचना उम्र 12 वर्ष पुत्री मुकेश धाकड़, वार्ड 7 निवासी सुमुक उम्र 04 वर्ष पुत्र अनिल शर्मा तथा नगर परिषद के वार्ड 8 में निवासरत आदित्य उम्र 08 वर्ष पुत्र विद्यानंद वर्मा का डेंगू की पुष्टि होने के बाद ग्वालियर के निजी अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।
पीडि़त बच्चों की परिजनों का कहना है कि कस्बे में पिछले दो माह से डेंगू का प्रकोप है, लेकिन प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में अब तक कोई कारगर कदम नहीं उठाया है। नगर परिषद क्षेत्र के कई लोग अब भी बुखार से पीडि़त हैं जिनका स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए तो डेंगू रोग के और भी मरीज सामने आ सकते हैं।
