शिवपुरी। पोहरी में विरोधियों को बलात्कार के झूठे मामलों में फंसाने का चलन पुराना है। करीब एक दशक पहले शिवपुरी के एक भाजपा नेता भी पोहरी में ऐसे ही षडयंत्र किया करते थे। एक बार फिर वही सबकुछ सामने आ गया। पोहरी के भाजपा नेता पृथ्वीराज सिंह जादौन पर आरोप है कि उन्होंने तहसीलदार के खिलाफ षडयंत्र रच एक महिला को एसपी के पास भेजा। महिला ने आरोप लगाया कि तहसीलदार ने बंगले पर बुलाकर उसके साथ गंदा काम करने की कोशिश की, परंतु कुछ समय बाद सारी स्थिति साफ हो गई।
बता दे कि छेड़छाड़ का आरोप लगाने वाली महिला ने कुछ दिन पूर्व भाजपा नेता पृथ्वीराज सिंह जादौन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था और उसने जहर भी खालिया था। बाद में दोनों के बीच राजीनामा हो गया।
महिला ऊष्मा ओझा का पिता पीडब्ल्यूडी में गैंगमैन था और उसी हैसियत से महिला उस क्वार्टर में अपने पति के साथ काबिज थी। पार्क बनाने के लिए जब महिला से क्वार्टर खाली कराया गया तो तहसीलदार द्वारा उसे आश्वासन दिया गया कि इसके ऐवज में उसे 10 बाय 15 फीट का सरकारी जमीन पर पट्टा दिया जायेगा तथा मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत उसे उस पट्टे पर कुटीर बनाकर दी जायेगी।
इसके बाद जिस जमीन पर तहसीलदार ने पट्टा देने की बात कही थी महिला वहां पहुंची तो भाजपा मण्डल अध्यक्ष पृथ्वीराज सिंह जादौन ने उसे उस जमीन पर कब्जा नहीं करने दिया और मारपीट कर भगा दिया। भाजपा नेता जादौन ने कहा कि उसका उस जमीन पर कब्जा है। इसके बाद ऊष्मा ओझा ने पृथ्वीराज सिंह जादौन पर आरोप लगाते हुए जहर खा लिया था।
पुलिस ने पृथ्वीराज सिंह जादौन पर मामला दर्ज कर लिया था, लेकिन भाजपा नेता जादौन ने महिला के पति से समझौता किया। इसके बाद महिला ने तहसीलदार के खिलाफ शिकायत कर दी। इस घटना में भाजपा नेता जादौन का हाथ है ऐसा आवेदन तहसीलदार ने पोहरी पुलिस को दिया है।
इस मामले में पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किये जाने से शासकीय कर्मचारियों में रोष व्याप्त है और इसी के विरोध स्वरूप पोहरी के शासकीय कार्यालयों में कामकाज नहीं हुआ एवं कर्मचारी हड़ताल पर चले गये। तहसील और जनपद कार्यालय में तो ताला पड़ा रहा।
