जलक्रांति: सत्याग्रह के दमन के लिए प्रशासन ने उठाया कदम, ठोका नोटिस

शिवपुरी। 2 दिन पूर्व जलक्रांति सत्याग्रह के दौरान निकाले गए मशाल जुलूस की ओट में एसडीएम नीतू माथूर ने इस जुलूस में शामिल एक सत्याग्रही को नोटिस थमा दिया है। इस मामले में जनचर्चा है कि प्रशासन ने इस आंदोलन को दमन करने करने का पहला कदम उठा लिया है।

जानकारी के अनुसार 2 दिन पूर्व जलक्रांति सत्याग्रहीयो के द्ववारा एक मशाल जुलूस निकाला गया। इस मशाल जुलूस की ओट में दिए गए नोटिस में एसडीएम नीतू माथूर ने कहा है कि आपके द्वारा 6 जुलाई को शाम 5:15 बजे एक आवेदन प्रस्तुत कर शाम 7 बजे मशाल जुलूस निकालने के लिए निवेदन किया गया था।

लेकिन जुलूस के दौरान पर्याप्त सुरक्षा एवं अन्य व्यवस्था नहीं की जा सकी। आपको एक दिन पूर्व अनुमति के लिए आवेदन देना चाहिए था। ताकि नियमानुसार औपचारिकता पूरी कर अनुमति जारी की जा सकती। आपके द्वारा बिना अनुमति लिए मशाल जुलूस निकाला गया। मशाल जुलूस से दुर्घटना कारित हो सकती थी इसलिए क्यों न आपके विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाए। तीन दिन में जवाब दें, अन्यथा एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला पहला नही है कि इस जलक्रांति सत्याग्रह में साथ दे रहे लोगो को डराने का प्रयास नही किया हो इससे पहले ऑटो यूनियन की हडताल के दूसरे दिन ऑटो वालो के धडाधड चालन किए,दूसरा जिस दिन फूड एसोसियन की हडताल थी उस दिन मिठाई वालो के कारखाने प्रशासन ने चैक करवां दिए थे यह नोटिस की घटना तीसरी है।

उधर शहर में चल रहे जलक्रांति आंदोलन के समर्थन में बुधवार को सभी फू ल-माला विक्रेताओं ने अपनी दुकान बंद रखीं। सावरकर पार्क के फु टपाथ पर दिन भर सन्नाटा पसरा रहा।

हमारा आंदोलन तो शांतिपूर्वक चल रहा है और मशाल जुलूस की परमिशन के लिए आवेदन भी दिया गया, जिसे प्रशासन खुद भी मान रहा है। यदि उन्हें किसी तरह की परेशानी थी तो प्रशासन परमिशन देने से तभी मना कर सकता था। यदि वो मना कर देते और फिर भी रैली निकाली जाती तो गलती जनता की होती।
मधुसूदन चौबे,
संयोजक पब्लिक पार्लियामेंट

खतरा रहा, इसलिए जारी किया नोटिस
जलक्रांति के लिए चल रहे आंदोलन के दौरान निकाली गईं लगभग सभी रैली-ज्ञापन की परमिशन ली गई। चूंकि मशाल जूलूस में आग हाथ में लेकर लोग मुख्य मार्गों से निकले, जिससे खतरा रहा। नियमानुसार एक दिन पहले परमिशन ली जाती तो सुरक्षा के इंतजाम किए जाते। ऐसा करने पर पुलिस अधीक्षक ने नाराजगी जताई, इसलिए आप उनसे ही बात कर लो।
नीतू माथुर
एसडीएम शिवपुरी