शिवपुरी। शहरकाजी कुतुबुद्दीन अहमद ने कल मुस्लिम समाज के लिए फतवा जारी कर जलसत्याग्रह को समर्थन देने की घोषणा की थी लेकिन शहरकाजी ने उक्त घोषणा को वापस ले लिया।
जलसत्याग्रह को समर्थन देने के बाद फिर हाथ खींचने का यह पहला मामला है और क्या यह किसी दबाव के कारण किया गया इसे लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
हालांकि शहरकाजी ने अटकलों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि वह और उनका समाज जल सत्याग्रह आंदोलन के साथ है लेकिन इस समय इबादत का महीना रमजान चल रहा है इसी कारण उन्होंने फतवा वापस लिया है और इसमें कोई अन्य अर्थ ढूंढे नहीं जाने चाहिए।
कल जलसत्याग्रह से जुड़े पब्लिक पार्लियामेंट के पदाधिकारियों ने घोषणा की थी कि मुस्लिम समाज की ओर से शहरकाजी ने आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की है और इस बावत उन्होंने फतवा जारी किया है वहीं जिला प्रशासन को भी पत्र लिखकर जानकारी दी थी कि कल मुस्लिम समाज सिंध का पानी शिवपुरी लाने के लिए रैली निकालकर मु यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेगा।
शहरकाजी ने जलक्रांति सत्याग्रहियों को भी पत्र लिखकर आंदोलन का समर्थन किया था। पत्र में यहां तक लिखा था कि शहर की इस भीषण जल समस्या को दूर करने हेतु मुस्लिम समाज आखिरी समय तक आपको साथ देगा।
फतवे में शहरकाजी ने समाज बंधुओं से कहा था कि जुमे की नमाज के बाद वे माधवचौक चौराहे जलक्रांति अनशन स्थल पर दोपहर 3 बजे इकट्ठे हों ताकि जल समस्या से निजात पाने के लिए मु यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया जाये।