शिवपुरी। शिवपुरी की जलक्रांति सत्याग्रह में विकलाग भी पीछे नही रहे है। आज इसी क्रम में राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के सदस्यों ने इस सत्याग्रह को समर्थन देते हुए और धरना स्थल पर धरना दिया है।
वहीं कल शिवपुरी फूड ऐसोसिएशन द्वारा खानपान की दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया गया है। जिसके लिए ऐसोसिएशन के पदाधिकारी जनसंपर्क में जुटे हुए हैं। यह बंद यदि सफल रहा तो शहर में न तो कहीं चाय मिलेगी और नाश्ता तथा खाने पीने की वस्तुओं के लिए भी लोगों को तरसना पड़ेगा।
आंदोलन से नागरिकों को जोडऩे के लिए पब्लिक पार्लियामेंट के सदस्य घर घर और मोहल्ले मोहल्ले जाकर नागरिकों से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें अच्छा समर्थन मिल रहा है क्योंकि पानी की समस्या शिवपुरी की सबसे गंभीर समस्या है।
जलक्रांति सत्याग्रह के 11 वें दिन राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के उपाध्यक्ष जहूर अहमद, सचिव जगमोहन सोनी और सहसचिव घनश्याम राठौर व भारतीय गौडवाना पार्टी अल्पसं यक के खलील मोह मद आज धरना स्थल पर क्रमिक अनशन पर बैठे हुए हैं।
जलसत्याग्रह को मिल रहे समर्थन को लेकर प्रशासन और शासन भी घबराहट की मुद्रा में है। सूत्र बताते हैं कि कलेक्टर ने अपनी आशंका से शासन को अवगत करा दिया है। बॉक्स
आंदोलन के कर्ताधर्ता और पब्लिक पार्लियामेंट के एक तरह से सर्वेसर्वा मधुसूदन चौबे का स्पष्ट रूप से कहना है कि वह किसी भी राजनेता के खिलाफ नहीं है वह सिर्फ सिंध नदी का पानी शिवपुरी लाना सुनिश्चित करना चाहते हैं।
और इसके लिए जो कोई भी राजनेता पहल करेगा उसे लिखित आश्वासन देना होगा क्योंकि राजनेताओं के मौखिक आश्वासन शिवपुरी की जनता अनेक बार देख चुकी है।
मधुसूदन चौबे को अधिकृत प्रवक्ता किया नियुक्त
पब्लिक पार्लियामेंट द्वारा शुरू की गई जलक्रांति सत्याग्रह के दौरान कोई भी बयान जारी करने के लिए कल संस्था के सभी सदस्यों ने एकमत होकर संस्था के संरक्षक मधुसूदन चौबे को अधिकृत प्रवक्ता नियुक्त किया गया है।
संस्था के सदस्यों ने प्रेस को जारी बयान में बताया है कि जलक्रांति से संबंधित कोई भी बयान श्री चौबे के अलावा जारी किया जाता है तो उसे जलक्रांति से न जोड़ा जाये। सूत्र बताते हैं कि श्री चौबे को एकमात्र अधिकृत प्रवक्ता इसलिए घोषित किया गया क्योंकि ऐसी आशंका नजर आ रही थी कि इस आंदोलन को कोई हाईजैक कर दूषित हिंसक रूप दे सकता था।