सांसद, विधायक की आश्वासनबाजी के बाद जिलाध्यक्ष बोले-छ: माह में दूंगा पानी

शिवपुरी। सिंध के पानी का जिंद अब की बार बोतल में से निकलकर जनता के उग्र रूप का इतना भयावह  स्वरूप बनेगा यह किसी ने सोचा नहीं होगा, लगातार पानी की समस्या से जूझते हुए आम आदमी ने जल आन्दोलन के बाद जो जल क्रांति शुरू की है और जिसके चलते लगातार सामाजिक, व्यापारिक व राजनैतिक संगठन का सहयोग इस जिंद को बढ़ाने में लगा है। 

वहीं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विधायक यशोधरा राजे सिंधिया के बाद आश्वासन दिया है। अब भारतीय जनता पार्टी के नव नियुक्त जिलाध्यक्ष भी शिवपुरी शहर की पानी की समस्या को लेकर आश्वासनबाजी करने की होड़ में जुड़ गए है। 

नव नियुक्त जिलाध्यक्ष होने के बाद प्रथम शिवपुरी आगमन पर उन्होंने जल क्रांतिकारियों के पाण्डाल में पहुंचकर आश्वासन दिया कि छ: माह में पानी लाकर दूंगा। जनता यह जानना चाहती है कि योजना बंद कराने का दोषी कौन है? और चालू कैसे व कब तक होगी। 

जनता की इस मूल बात का जबाब ना तो सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास है और ना विधायक यशोधरा राजे सिंधिया दे पा रहीं है। जिलाध्यक्ष ने जरूर समयावधि में पानी लाने की बात करके जनता को टाईम बाउण्डेड आश्वासन दे दिया। 

विधायक यशोधरा राजे सिंधिया ने दस दिनों तक आन्दोलन करने वाले क्रांतिकारियों के पक्ष में बयान जारी करके कहा कि इस योजना की सूत्रधार वह खुद है कोई दूसरा नहीं आज इस समस्या के लिए मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव के माध्यम से अधिकारियों के समन्वय करके योजना की वस्तुस्थिति जानने का काम शुरू कर दिया है। 

लेकिन यशोधरा राजे सिंधिया के पास इस बात का कोई जबाब नहीं है कि यह योजना बंद क्यों हुई और इसे कब तक चालू किया जा सकता है। ठीक इसी तरह सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने परोक्ष रूप से विधायक यशोधरा राजे सिंधिया पर निशाना साधते हुए अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष की गैर जिम्मेदार रवैये के कारण यह योजना बंद है लेकिन अब चालू राज्य शासन को करना है। 

सांसद की हैसियत से वह यह बात बताने में नाकाम साबित हो रहे है कि किस परिस्थिति में योजना चालू हो सकती है। 32 वर्ष पुरानी इस पेयजल समस्या को बिना जाने और समझे भाजपा के नव नियुक्त जिलाध्यक्ष सुशील रघुवंशी ने जरूर छ: माह में पानी लाने का आश्वासन दे दिया है। 

अरे जब मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव के माध्यम से योजना के पुन: क्रियान्वयन को लेकर संबंधित अधिकारियों की समीक्षा बैठक करने की बात कर रहे हैं और आन्दोलन व क्रांति के माध्यम से जिला प्रशासन की नींद उड़ी हुई है, विधायक-सांसद इस पर यह जबाब नहीं दे पा रहे कि योजना कब चालू होगी। ऐसे में भाजपा के नव नियुक्त जिलाध्यक्ष छ: माह में पानी लाने की बात कहकर सिर्फ कोरी वाहवाही लूटते दिखाई दे रहे है। 

इनका कहना है कि: एड.पीयूष शर्मा 
8 जून को धरना देने के बाद हमने जिला प्रशासन को जो ज्ञापन दिया है उसमें इस बात का उल्लेख किया है कि सरकारे बताऐं कि वन-पर्यावरण से स्वीकृति मिलने के बाद योजना का किस कानून व किस आदेश के तहत कार्य रोका गया है, यदि मंजूर गलत थी तो ए पॉवर कमेटी को संयुक्त सर्वे कर रिपोर्ट देने वाले अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही क्यों नहीं की। 

योजना का लेआउट किस अधिकारी ने दिया, कार्य शुरू करने से पूर्व वर्क प्लान क्रियान्वयन एजेंसी से किस अधिकारी ने दिया, दोनों को सार्वजनिक किया जाए और ऐसे नौकरशाहों के खिलाफ कार्यवाही की जाए, जिनके चलते जनता को पीड़ा हुई और करोड़ों रूपया बर्बाद हुआ है। 

हमें आश्वासन से संतुष्टि नहीं है हमारा अहिंसक जल आन्दोलन जब तक परियोजना का कार्य पूरा होकर सिंध का पानी नहीं आ जाएगा, तब तक जारी रहेगा। 
एड.पीयूष शर्मा
जल आन्दोलनकारी, शिवपुरी

प्रमोद भार्गव
गैर राजनैतिक ढंग से जनता का आन्दोलन है और यह तब तक जारी रहना चाहिए जब तक शिवपुरी शहर के अंदर योजना का कार्य प्रारंभ ना हो जाए। यह उजागर भी हो कि क्यों बंद हुआ ताकि दोषियों के  चेहरे जनता के सामने बेनकाब हो सके। जहां तक आश्वासनों का सवाल है उसके सहारे अब जनता को  रोका नहीं जा सकता। जि मेदार जनप्रतिनिधि सही वस्तुस्थिति जनता के सामने रखें। 
प्रमोद भार्गव
पत्रकार, शिवपुरी
फोटो- मधुसूदन चौबे

हमारा किसी से विरोध नहीं है हमने जल क्रांति शुरू की है जनता पीडि़त है हम सिर्फ योजना को चालू कराना चाहते है यदि यह चालू नहीं होती है तब तक हमारा जल क्रांति अभियान इसी तरह चलता रहेगा। 
मधुसूदन चौबे
जलक्रांति, शिवपुरी 

कलेक्टर राजीवचन्द्र दुबे 
पेयजल समस्या को लेकर जनता की भावनाओं से राज्य शासन व जनप्रतिनिधियों को अवगत करा दिया गया है योजना का काम कहां पर रूका है और कैसे चालू होगा, इस पर गंभीर चिंतन किया जा रहा है। 

दोषी कौन है उन पर कार्यवाही होना एक अलग बात है लेकिन जनता के सामने योजना के वस्तुस्थिति  लाने का प्रयास हम कर रहे हैं। मीडिया की भूमिका इन हालातों में सामंजस्य पूर्ण बनी रहे। 
राजीवचन्द्र दुबे 
कलेक्टर, शिवपुरी

सिंध के पानी को लेकर पहले भी कई आन्दोलन हुए है 30 वर्ष पूर्व आन्दोलन के साथ हम भी जुड़े रहे हैं लेकिन राजनैतिक हालातों का शिकार यह परियोजना होती रही है। 

आज जिस परिस्थिति के चलते योजना का काम रूका है तो शहर की जनता को यह जानने का अधिकार है कि काम क्यों रूक गया है और चालू किन परिस्थितियों में होगा। 

कलेक्टर शिवपुरी, नगर पालिका सीएमओ व संचालक माधव राष्ट्रीय उद्यान के साथ खुले मंच पर बातचीत हो ताकि जनता के सामने सही वस्तुस्थित आ सके।
गिरीश गुप्ता
वरिष्ठ, अभिभाषक, शिवपुरी