शिवपुरी। पम्प अटेंडरों द्वारा आज जोरशोर से नारेबाजी करते हुए रैली निकाली और नगरपालिका का घेराव किया। बाद में उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन देते हुए कलेक्टर रेट की मांग की। पम्प अटेंडरों में इस बात को लेकर आक्रोश था कि महज चंद प प अटेंडरों को पीआईसी ने कलेक्टर रेट प्रदान किये जाने की पात्रता दे दी थी।
जबकि अन्य पम्प अटेंडरों को वंचित कर दिया गया था। कर्मचारियों की मांग थी कि उन्हें अंशकालीन कर्मचारियों से संविदा कर्मचारी घोषित किया जाये। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर आज एक ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि सभी प प अटेंडर गर्मियों के समय में 24 घंटे काम करते हैं और उसका भुगतान उन्हें 2500 रुपये से लेकर 4000 रुपये तक किया जाता है जिससे उन्हें परिवार का भरण पोषण करने में बहुत परेशानी होती है।
पूर्व में वह सभी कर्मचारी संविदा कर्मचारी के रूप में कार्यरत थे जिन्हें वर्ष 2012 में बिना सूचना दिये ही अंशकालीन कर्मचारी घोषित कर दिया है जिस कारण उन्हें शासन द्वारा बढ़ाई जाने वाली मजदूरी का लाभ नहीं मिल रहा है।
जिसे लेकर कई बार नपाध्यक्ष और सीएमओ को आवेदन देकर अवगत कराया है, लेकिन उनकी समस्या पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है। साथ ही उन्हें नौकरी से निकालने की भी धमकी दी जाती है। अभी हाल ही में 27 मई को आयोजित हुई पीआईसी की बैठक में सांठगांठ करके कुछ चहेते 28 कर्मचारियों को कलेक्टर दर पर संविदा कर्मचारी नियुक्त करने का ठहराव पास कर लिया गया है।
जिसकी जांच की मांग आवेदन में की गई है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं पर जल्द ही गौर नहीं किया गया तो वह 20 जून से काम बंद कर हड़ताल पर चले जाएंगे।
नपाध्यक्ष ने 15 दिवस के अंदर समस्याएं सुझलाने का दिया आश्वासन
पम्प अटेंडरों के आक्रोश को खत्म करने के लिए नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह नगरपालिका कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने प प अटेंडरों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। जिस पर उन्होंने 15 दिवस के अंदर उनकी समस्या का निराकरण करने का आश्वासन दिया। इसके बाद कर्मचारियों ने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त किया।