सरकार की नीतियों की प्रतियां जलाकर किया अध्यापक संघ ने विरोध प्रदर्शन

शिवपुरी। मध्यप्रदेश शासकीय अध्यापक संघ द्वारा अपनी लंबित मांगों को लेकर बीते दो दिनो से भूख हड़ताल की जा रही थी। इस हड़ताल के अंतिम दिन अध्यापक संघ ने सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए प्रतियां फाड़कर व जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया। मप्र अध्यापक संघ के अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रघुवंशी ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा लगातार अध्यापकों की मांगों को नजर अंदाज कर दिया जाता है लेकिन अब यह बर्दाश्त नहीं होगी। यही वजह है कि प्रांतीय आह्वान पर शिवपुरी में भी अध्यापक संघ ने भूख हड़ताल कर संगठन को मजबूृत बनाने का संदेश दिया और प्रदेश सरकार से मांग की कि वह अध्यापक संघ की लंबित मांगों को शीघ्र पूर्ण करें अन्यथा संगठन का यह विरोध प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा।

यह रखी मांगें
मप्र शासकीय अध्यापक संघ ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर भूख हड़ताल की। जिसमें शिक्षा विभाग में संविलियन, अनुक पा नियुक्ति, वरिष्ठ अध्यापकों की पदोन्नति, एईओ की नियुक्ति, ई अटेंडेंटस का विरोध, सातवां वेतनमान एवं निजीकरण का विरोध तथा हाल ही में जारी की गई स्थानांतरण नीति का विरोध कर यह नीति विसंगति बताया। इसके अलावा 28 मई 2015 को जारी की गई महिला स्थानांतरण नीति में अतिशेष में आने वाली शिक्षकों के ट्रांसफार ही हो सकेंगें इसलिए इस पॉलिसी का कोई मतलब नहीं है और इस संदर्भ में शासकीय अध्यापक संघ ने इस नीति का विरोध कर प्रतियां जलाई।

इन्होनें किया विरोध प्रदर्शन
इस प्रदर्शन में शामिल होने वाले प्रदर्शनकारियों में भूख हड़ताल पर मप्र शासकीय अध्यापक संगठन के अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रघुवंशी, बृजेेन्द्र भार्गव कुल्लू, राजीव बाथम, भूपेन्द्र चंदेल, मनमोहन जाटव बैठे हुए है जबकि इन्हें संबल व सहयोग प्रदान करने वालों में मनोज कुमार भार्गव अध्यापक, स्नेह सिंह रघुवंशी जिलाध्यक्ष राज्य अध्यापक संघ, अनिल करारे, राजेश खत्री, के.के.पाण्डे, नरेश भार्गव, धीरेन्द्र शाक्य, अविनाश, अनिल गुप्ता सीएसी, सीता अहिरवार, बलराम त्रिपाठी, रमाकंात भार्गव, बृजेश वर्मा आदि शामिल है।