शिवपुरी। कभी अपने किए पर पछतावा नहीं और शासन के मंत्री-मुख्यमंत्री तक को आईना दिखाने वाले स्व.जयकिशन शर्मा बेबाक पत्रकारिता के धनी थे। यही कारण है कि वह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में अपनी लेखनी और कार्यशैली से पत्रकारों के हितों में सजग रहकर कार्य करते थे।
कभी-कभी मैंने भी उन्हें बड़े भाई के नाते डांटा और ऐसा करने से रोका हालांकि तत्समय वह मान तो जाते थे लेकिन अपनी कार्यशैली में बदलाव नहीं लाते यही जिद और कार्य कुशलता अन्य पत्रकारों के लिए प्रेरणादायी बन गई और आज 26 मई के ही दिन अल्पायु में वह हम सबको अकेला छोड़कर चले गए।
उक्त विचार प्रकट किए वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार प्रमोद भार्गव ने जो स्थानीय होटल वरूण इन में आयोजित स्व.जयकिशन शर्मा की 5वीं पुण्यतिथि पर आयोजित पत्रकार गोष्ठी में अपने विचार प्रकट कर रहे थे।
गोष्ठी शुभारंभ से पूर्व सभी पत्रकारों ने मिलकर स्व.जयकिशन के चित्र पर भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए पुष्प अर्पित किए। गोष्ठी का संचालन अपनी कार्यशैली में राकेश शर्मा ने किया। इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार आलोक इंदौरिया ने स्व.जयकिशन को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए उनके पुत्र के.बी.शर्मा लालू द्वारा आयोजित इस गोष्ठी कार्यक्रम को सराहा और वह आशान्वित हुए कि लालू भी अपने पिता के पदचिह्नों पर चलकर एक जुझारू पत्रकार बनेगा।
गोष्ठी में वरिष्ठ चिकित्सक व साहित्यकार डॉ.एच.पी.जैन ने अपनी कविताओं के माध्यम से स्व.जयकिशन को श्रद्धांजलि दी और कहा कि टूटकर डाली से गुल, जाने कहां पर खो गया... इन्हीं पंक्तियों को साकार किया स्व.जयकिशन ने जिन्होंने सदैव पत्रकारों के हितों में कार्य किया आज उनकी प्रेरणा अन्य पत्रकारो में भी देखने को मिल रही है ऐसे व्यक्तित्व के धनी स्व.जयकिशन के पुत्र लालू भी इस होनहार कार्यशैली में निपुण होंगे ऐसा मुझे विश्वास है।
गोष्ठी समापन पर अपने विचार रखते हुए वरिष्ठ पत्रकार अजय खेमरिया ने कहा कि वह दिन मुझे याद है जब माधवचौक चौराहे पर स्व.जयकिशन ने प्रदेश के तत्कालीन मु यमंत्री बाबूलाल गौर का रास्ता रोक दिया और उन्हें वापिस लौटना पड़ा, ऐसे कई प्रमाण है जिसमें स्व.जयकिशन ने पत्रकरों के हितों में लड़ाई लड़ी और वह अपनी प्रेरणा देकर हम सबके बीच से चले गए।
स्व.जयकिशन की 5वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शिक्षक भगवत शर्मा, पत्रकार अभय कोचेटा, अशोक अग्रवाल, संजीव बांझल, राजीव शर्मा, मनीष भारद्वाज, अजय शर्मा, मुकेश जैन, विवेकवर्धन शर्मा, विक्रम सिंह रावत, राजू ग्वाल यादव, मणिकांत शर्मा, राजकुमार शर्मा, प्रदीप तोमर, मनीष बंसल, योगेन्द्र जैन, विजय शर्मा आदि सहित अन्य पत्रकार बन्धु मौजूद थे। अंत में आभार प्रदर्शन के.बी.शर्मा लालू ने व्यक्त किया।