केबट परिवार की शादी में शामिल होने आए दही चावल खाने से पहुचें अस्पताल

शिवपुरी। कोलारस जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत पचावली में शनिवार की सुबह दही-चावल खाने से केवट परिवार के आधा दर्जन महिला पुरूषों को  उल्टियां होने व तेज दर्द होने से हालात बिगडऩे पर कोलारस के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। 

उल्लेखनीय है कि 11 मई को दही-चावल खाने के बाद जाटव परिवार के पांच सदस्यों की तबियत खराब हो गई थी जिनमें रामदयाल पुत्र पिल्लू जाटव उम्र 30 की मृत्यु हो गई थी। दही-चावल के सेवन से ह ते भर में बीमारी फैलने की यह दूसरी घटना है।

जानकारी के अनुसार पचावली में केवट परिवार में एक विवाह समारोह में आए मेहमानों व परिवार के आधा दर्जन सदस्यों को आज सुबह दही-चावल खिलाने के लिए परोसा गया। दही-चावल खाने के बाद कंचन पत्नी अरूण केवट, सुनीता पत्नी राजकुमार, फूला पत्नी रविन्द्र केवट, सीमा वाई पत्नी लच्छू केवट एवं भरोसा पुत्र सांवलिया की घर पर ही अचानक तबियत खराब हो गई।

 सभी को पेट में दर्द के चक्कर आने के साथ-साथ अलावा उल्टियां होने लगी। हालात बिगड़ते देख गांव के लोग पीडि़तों को कोलारस के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर उपचार कराने लाए, जहां पर उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। यहां उल्लेखनीय है कि 11 मई को भी पचावली गांव में एक जाटव परिवार के पांच लोग दही-चावल खाने से बीमार हो गए थे जिनमें परिवार का मुखिया रामदयाल की मृत्यु हो गई थी। बताया जाता है कि केवट परिवार द्वारा घर पर ही दही को जमाया गया था और चावल कंट्रोल की दुकान से लाए गए थे।

पीतल के वर्तन में जहरीला हो जाता है दही
आमतौर पर गर्मी में दही-चावल का सेवन किया जाता है जो फायदेमंद होता है और जिसे अधिकांशत: घरों में ही तैयार किया जाता है। पचावली निवासी केवट परिवार ने आज अपने रिश्तेदारों को यही दही-चावल खिलाए थे लेकिन हालात बिगड़ जाने से समझ में नहीं आ रहा है कि अचानक से यह पॉयजन कैसे हो गया। 

बताया जाता है कि पीतल के वर्तन मे दही जमाने से वह जहरीला हो जाता है। हो सकता है कि दही को पीतल के पुराने वर्तन को सही तरीके से साफ किए बगैर उसमें दही जमा दिया गया होगा जो पॉयजन के रूप में सामने आ गया। दही को हमेशा मिट्टी के वर्तन में जमाना चाहिए और वर्तन को पूरी तरह से साफ सुथरा करने के बाद ही दही रखना ठीक रहता है।