अब सरकारी अफसर छाए किसानो पर संकट के बादल बनकर

शिवपुरी। किसानो पर संकट के बादल छटने का नाम नही ले रहे है। कभी तेज आंधी,ओले और पानी और अब सरकारी अफसरो के बहाने संकट के बादल बन किसानो पर छाए हुए है।

जानकारी के अनुसार प्रकुतिक आपदा से बचा-खुचा गेहूं किसान उपार्जन केेन्द्रो पर इस आस से लेकर आ रहे है कि उनका गेहूं बिक जाए परन्तु सरकारी अफसरो के बहानो के कारण ये काम भी आसानी से नही होता दिख रहा है।

बताया गया है कि समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी को लेकर अफसर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। अभी जिले में 18 ऐसे केंद्र हैं यहां पर गेहूं की खरीदी शुरू नहीं हो पाई है। जिले में गेहूं उपार्जन के लिए 63 केंद्र बनाए गए हैं जिसमें से 45 केंद्रों पर ही गेहूं खरीदी का काम शुरू हो पाया है।

जिले में 2 अप्रैल से विधिवत खरीदी का काम शुरू होना था लेकिन एक सप्ताह से ऊपर निकलने के बाद भी 18 केंद्रों पर किसी तरह की खरीदी शुरू न हो पाना यह बताता है कि सब कुछ भगवान भरोसे चल रहा है। जब इस बारे में नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों से पूछा गया तो वह मौसम के कारण गेहूं में नमी होने का बहाना बनाकर के बात टालने की कोशिश की गई।

गौरतलब है कि इस बार जिले में नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा सहकारी संस्थाओं के माध्यम से गेहूं खरीदी का काम शुरू किया गया है।

जिले में जो 45 खरीदी केंद्र गेहूं लेने के लिए शुरू किए गए हैं। उस पर पूरे जिले में 63 हजार क्विंटल गेहूं अभी तक खरीदा जा चुका है।  कलेक्टर राजीव दुबे के सभी अधिकारियों को निर्देश थे कि वह अपने-अपने क्षेत्र में आने वाले केंद्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखेंगे। दस दिन से ज्यादा गुजरने के बाद भी अभी तक बाकी बचे उपार्जन केन्द्रो पर गेहूं खरीदी शुरू नही हो पाई है।