ग्रहण का प्रभाव: रहे पट बंद, होते रहे भजन क्रार्यक्रम

शिवपुरी। शहर में इस बार हनुमान जयंती का पावन पर्व चन्द्रग्रहण से प्रभावित रहा। नगर के अधिकांश हनुमान मंदिर चन्द्रग्रहण के प्रभाव के चलते प्रात: से ही बंद रहे जबकि मंदिर प्रांगण में अन्य कार्यक्रम संचालित रहे।

शहर के हनुमान मंदिरों पर भक्तों का तांता अलसुबह से लगना शुरू हुआ जिसमें शहर के श्री बांकड़े हुनमान मंदिर, खेड़ापति, चिंताहरण, मंशापूर्ण, बड़े हनुमान, पंचमुखी, माधवचौक स्थित हनुमानजी, श्रीपाताली हनुमान आदि सहित अन्य मंदिरों पर सुबह से ही भक्तजनों का जुटना शुरू हो गया था। कहीं पूजापाठ तो कहीं चोला चढऩा, कहीं सुन्दरकाण्ड पाठ का आयोजन किया गया।

हनुमान जयंती के एक दिन पूर्व ही जहां बालाजी धाम मंदिर पर पूजा-अर्चना और विशाल भण्डारा संपन्न हुआ तो अब हनुमान जयंती के अगले दिन श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर पर विशाल भण्डारे का आयोजन रखा गया है। खेड़ापति मंदिर महंत लक्ष्मणदास त्यागी महाराज व पं.नीलेश कृष्ण शास्त्री के सानिध्य में भक्त मण्डल द्वारा भण्डारे का प्रसाद जन-जन को बांटा जाएगा।

हनुमान जयंती के दिन श्रीबांकड़े हनुमान मंदिर पर सांस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां मंदिर महंत गिरिराज जी महाराज व डॉ.गिरीश जी महाराज के सानिध्य में हनुमान जयंती मनाई गई। प्रात: बेला में आरती व विशेष पूजन महंत द्वारा कराया गया जबकि देर शाम को ग्रहण पश्चात सुन्दरकाण्ड का आयोजन हुआ।

इस दौरान दूर-दराज क्षेत्रों से आए लोगों को भण्डारे के रूप में प्रसाद ग्रहण कराया। हनुमान जयंती के अवसर पर पंचमुखी हनुमान, मंशापूर्ण, पाताली और चिंताहरण मंदिर पर देर शाम को ग्रहण के बाद मंदिर के पट खोले गए और मंदिर पर साफ-सफाई व पानी से धुलाई की गई तत्पश्चात सुन्दरकाण्ड और पूजन हुआ जिसमें धर्मप्रेमीजनों ने भाग लेकर भण्डारे के रूप में प्रसाद ग्रहण किया।