पढ़िए शिवपुरी आकर क्यों चौंक उठीं महिला मोर्चा की प्रदेशअध्यक्ष

शिवपुरी। भाजपा महिला मोर्चे की प्रदेशाध्यक्ष लता बानखेड़े और भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष तथा विधायक ऊषा ठाकुर विगत दिवस शिवपुरी में महासदस्यता अभियान के लिए पहुंचे, लेकिन महिला मोर्चे की दयनीय हालत को देखकर वे चौंक उठीं। जेसवाल धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम में गिनी चुनी महिलाएं पहुंचीं। वो समझ नहीं पाईं कि जिस विधानसभा से महिला विधायक है और केबीनेट की मंत्री भी, उस विधानसभा में महिला मोर्चा कोमा में क्यों है ?

बीनू शर्मा को मनाने घर पहुंची 
कार्यक्रम के बाद प्रदेशाध्यक्ष लता बानखेड़े और विधायक ऊषा ठाकुर महिला मोर्चे की बागी नेत्री और नगरपालिका चुनाव में पार्टी से विद्रोह कर वार्ड क्रमांक 28 से चुनाव लड़ीं बीनू शर्मा को मनाने उनके घर पहुंचीं। इस अवसर पर बीनू शर्मा ने महिला मोर्चे की पदाधिकारियों को खरी-खरी सुनाईं और कहा कि भाजपा महिला मोर्चे की सक्रिय महिला नेत्रियों की पार्टी द्वारा हमेशा उपेक्षा की जाती है तथा उनके स्थान पर नेताओं के परिवार की महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है। सूत्र बताते हैं कि लता बानखेड़े ने बीनू शर्मा को काफी समझाया और उन्हें आश्वस्त किया कि सक्रिय महिला नेत्रियों की उपेक्षा नहीं होगी। 

5 साल से नाराज है महिलाएं, रिशिका को टिकिट क्यों दिया 
प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवपुरी में महिला मोर्चे की जिलाध्यक्ष श्रीमती रेखा मिश्रा हैं जो कि नरवर क्षेत्र की निवासी हैं तथा जिला मुख्यालय से उनका जीवंत संपर्क नहीं रहता। महिला मोर्चे की नेत्रियां पार्टी द्वारा उपेक्षा किये जाने के कारण इतनी निराश हो गईं हैं कि उन्होंने मोर्चे के कार्यक्रमों में आना ही बंद कर दिया है। पांच साल पहले हुए नगरपालिका चुनाव में जब नगरपालिका अध्यक्ष पद सामान्य महिला वर्ग के लिए आरक्षित हुआ तो पार्टी ने सक्रिय नेत्रियों के स्थान पर भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष अनुराग अष्ठाना की धर्मपत्नी रिशिका अष्ठाना को टिकिट दे दिया। 

जिलाध्यक्ष भी बागी हो गईं थीं 
पार्षद पद के टिकिट भी सक्रिय महिला नेत्रियों को नहीं दिये गये। परिणाम यह हुआ कि महिला मोर्चे की जिलाध्यक्ष श्रीमती मंजुला जैन ने पार्टी को अलविदा कह दिया और वह निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतर आईं। चुनाव में हालांकि वह पराजित हुईं और पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया, लेकिन बाद में उन्हें भाजपा में वापस ले लिया गया, लेकिन इसके बाद भी उनकी पूछपरख नहीं हुई। 

इस नगरपालिका चुनाव में महिला मोर्चे की महामंत्री बीनू शर्मा ने वार्ड क्र. 28 से टिकिट की मांग की थी, लेकिन उन्हें टिकिट नहीं मिला तो वह भी पार्टी के खिलाफ आवाज बुलंद करती हुईं मैदान में उतर आईं। हालांकि वह पराजित हो गईं और घर बैठ गईं, लेकिन महिला मोर्चे की पदाधिकारी लता बानखेड़े और ऊषा ठाकुर जब शिवपुरी आईं और उन्होंने महिला मोर्चे की दयनीय हालत को देखा तो वह नाराज नेत्रियों को मनाने के लिए उनके घर पहुंची। सबसे पहले वह बीनू शर्मा के यहां गईं और उन्हें पार्टी से जुडऩे की समझाइश दी।