शिवपुरी। विगत दिवस अमोला थाना क्षेत्र के ग्राम टोडा की दो साल की परी के रेप के मामले लापरवाही बरतने के मामले में थाने से हटाए गए रविन्द्र सिंह सिकरवार ने गांवे के लोगो को अपने समर्थन में भेजे गए लोगो ने एसपी ऑफिस में गजब का अभिनय किया।
बताया गया है कि कल बीते 8 मार्च को महिला दिवस पर शिवपुरी को माथे पर लगा कंलक करैरा के ग्राम टोडा में दो साल की मासूम के साथ हुए रेप मामले में पीडिता को करैरा थाने भेज दिया और इस कारण पीडिता के ईलाज में 6 घंटे की देर हुई इसी कारण लापरवाही बरतने के आरोप में अमोला थाना प्रभारी रविंद्र सिकरवार को एसपी एमएल छारी ने गुरुवार की देर शाम लाइन अटैच कर दिया।
कार्रवाई को स्थगित कराने के लिए अमोला व आसपास की ग्राम पंचायतों के सरपंच व ग्रामीण शुक्रवार को एसपी ऑफि स पहुंचे। इस दौरान सिरसौद के सरपंच अतर सिंह लोधी ने तो एसपी के पैरों में सिर रखते हुए कहा कि थाना प्रभारी को वहां से मत हटाओ।
बताया गया है कि इस भीड में कई ऐसे लोग भी शामिल रहे, जो उस क्षेत्र में रेत के माफिया है इन लोगो ने इस कार्यवाही को रोकने के लिए एसपी ने आवेदन भी दिया। जिसमें कल्याण सिंह सरपंच घसारई, मदन सिंह सरपंच गणेशखेडा, अतर सिंह लोधी सरपंच पति सिरसौद, योगेंद्र उर्फ बल्लू बोहरे सरपंच पति बघरासाजौर, राजेंद्र गुर्जर सरपंच पति सिलानगर सहित शिवपुरी मंडी उपाध्यक्ष कैलाश कुशवाह व अन्य ग्रामीण मौजूद रहे।
अब बताईए इन नेताओ को इस कृत्य को क्या कहेगें, एक दो साल की मासूम के रेप का आरोपी वह कानूनन आपराधी तो वह है जो इस समय जेल के सालाखो के पीछे है। परन्तु यह लोग भी इस मासूम के समाजिक अपराधी भी बन गए जो इस थानेदार की वकालात करने एसपी ऑफिस में आए थे।
उसी बालात्कारी को कानून जो सजा देगा हीे परन्तु इन समाजिक अपराधियों को भी सजा मिलनी चाहिए।