उपाध्याय दंपत्ति के कहर से मुझे बचाओ एसपी साहब

शिवपुरी। माधव राष्ट्रीय उद्यान में पदस्थ मानचित्रकार विजय शर्मा के कक्ष में बीती 13-14 जनवरी, फिर 02 फरवरी और अब कुछ दिनों पूर्व 27 फरवरी को उनसे रंजिश रखने वाले शैलेन्द्र उपाध्याय व उनकी पत्नि श्रीमती उमा उपाध्याय ने ना केवल कार्यालय में पहुंचकर शासकीय कार्य में बाधा डाली वरन् उल जुलूल-आरोप लगाकर विजय शर्मा के खिलाफ ही कार्यवाही की मांग कर डाली। 

माधव नेशनल पार्क में पदस्थ मानचित्र विजय शर्मा अपने साथ अपने कार्यालय में हुई इस घटना को लेकर तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारी मुख्य वन सरंक्षक शरद गौड़ को शिकायत की और सीएफ शरद गौड़ ने भी विजय शर्मा के आवेदन के साथ उक्त राकेश उपाध्याय व उनकी पत्नि उमा उपाध्याय के खिलाफ उचित कार्यवाही को लेकर पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा। बाबजूद इसके इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे पीडि़त परिवार आज आहत है और वह पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष कार्यवाही की मांग कर रहे है। 

सीएफ व पुलिस अधीक्षक को की गई शिकायत में पीडि़त विजय कुमार शर्मा मानचित्रकार ने बताया कि वह खिन्नी नाका स्थित कार्यालय में पदस्थ है बीती 13-14 जनवरी को राकेश उर्फ शैलेन्द्र व उनकी पत्नि उमा उपाध्याय कार्यालय में पहुंचकर विजय शर्मा के साथ विवाद किया और बाद में शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने के बाद चले गए। अपने साथ कार्यालय में हुई घटना को लेकर पीडि़त विजय शर्मा ने अपने वरिष्ठ अधिकारी मु य वन संरक्षक शरद गौड़ को पूरे मामले से अवगत कराया। 

जिस पर कुछ दिन मामला शांत हुआ कि फिर से 02 फरवरी को राकेश और उमा, विजय के कार्यालय में आ धमके और उल-जुलूल बातें कर उन्हें कई बातें सुनाकर चले गए। लगातार दूसरी बार अपने साथ हुई घटना को लेकर पुन: विजय ने सीएफ को शिकायत की, इस घटना के बाद एक बार फिर से अभी कुछ दिनेां पहले 27 फरवरी को राकेश व उमा, विजय के कार्यालय आए और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई और अपनी कई घरेलू बातों को लेकर विवाद किया। 

इस तरह आए दिन राकेश और उनकी पत्नि उमा के द्वारा की जाने वाली प्रताडऩा से क्षुब्ध होकर विजय व उनके वरिष्ठ अधिकारी शरद गौड़ ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा और उचित कार्यवाही की मांग की। लेकिन आज दिनांक तक पुलिस द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की गई जिससे विजय शर्मा व उसका पूरा परिवार उक्त आरोपीगणों से परेशान है और पुलिस अधीक्षक से शीघ्र न्यायोचित कार्यवाही की मांग की है।