जिपं पर होगा कांग्रेस का कब्जा, गुटबाजी में फंसी भाजपा

 शिवपुरी। जिला पंचायत चुनाव 12 मार्च को होने जा रहे अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के चुनाव में तस्वीर साफ नजर आने लगी है,कांग्रेस अपने अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बना सकती है,भाजपा में अभी भी गुटवाजी के संकेत मिल रहे है।

कांग्रेस की ओर से पूर्व में ही वार्ड क्र. 20 से जीतीं श्रीमती कमला-बैजनाथ सिंह यादव की उ ाीदवारी लगभग तय है, वहीं भाजपा की ओर से रामस्वरूप रावत की मां श्रीमती संतो रावत या उनकी पत्नी कृष्णा रावत में से किसी एक की उ मीदवारी घोषित हो सकती है।

सूत्र बताते हैं कि भाजपा की ओर से रामस्वरूप रावत सक्रिय हो गये हैं। श्री रावत यशोधरा समर्थक माने जाते हैं। परन्तु उनके विरोधी उनकी टांग खीचने में लगे है भाजपा में अ ाी भी गुटवाजी हावी है। विरोधी गुट किसी भी किमत पर उन्है अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने नही देना चाहता है।

कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिये पूरी तैयारी के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता बैजनाथ सिंह यादव ने अपनी धर्मपत्नी कमला यादव को जिपं सदस्य का चुनाव लड़ाया था और उनकी जीत के बाद उनकी उ मीदवारी की संभावना भी काफी प्रबल हो गईं थीं।

कांग्रेस की इस चुनाव में सबसे बड़ी ताकत यह है कि पार्टी के विभिन्न धड़ों में एका है और श्रीमती यादव के अतिरिक्त पार्टी में अन्य कोई उ मीदवार नहीं है हालांकि चुनाव में विधायक केपी सिंह खेमे का रुख क्या रहेगा इसके बारे में तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन जिस तरह के संकेत मिले हैं उससे लगता है कि केपी सिंह का समर्थन कमला यादव को मिलेगा।

या यू कह लो की केपी सिंह ने अपने समर्थक बंटी रंघुवशी को  उपाध्यक्ष बनाने के लिए यह रणनीति बनाई गई है। कांग्रेस में मानसिक रूप से अधयक्ष और उपाध्यक्ष के नाम फायनल हो चुके है। बस घोषणा करनी है। बताया गया है इस चुनाव में कांग्रेस के सभी धडे एक जुट है।

भाजपा में अध्यक्ष पद के लिये रामस्वरूप रावत सक्रिय रहे। सूत्र बताते हैं कि कल उनकी ग्वालियर में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से विस्तृत चर्चा हुई और इस चर्चा में रामस्वरूप रावत की मां या पत्नी को उ मीदवार बनाने के संकेत मिले।

बताया जाता है कि श्री तोमर ने उनसे साफ-साफ कहा कि वह गुट विशेष के प्रति प्रतिबद्धता दिखाने के स्थान पर पार्टी के प्रति प्रतिबद्धता दिखाएं और अपने दिल में सिर्फ कमल निशान रखें।

श्री तोमर ने आश्वस्त किया कि उनके लिये पूरी पार्टी एकजुट है और रामस्वरूप ने कहा कि वह भी गुटबाजी से ऊपर उठकर पार्टी के साथ हैं और यदि उन्हें उ मीदवार नहीं भी बनाया जाता तो वह टेंडर वोट के लिये भी तत्पर हैं।