शिवपुरी। पंचायत चुनाव वरिष्ठ कांग्रेस नेता और प्रदेश कांग्रेस महामंत्री बैजनाथ सिंह यादव के परिवार के यह वर्ष लिए खुशियों की सौगात लेकर आया। चुनाव में बैजनाथ सिंह यादव की धर्मपत्नी श्रीमती कमला यादव जहां जिला पंचायत अध्यक्ष बनने में सफल रहीं वहीं उनके मंझले पुत्र रामवीर सिंह यादव लगातार दूसरी बार जनपद पंचायत बदरवास के निर्विरोध उपाध्यक्ष बन गए।
इस परिवार की खुशियां तब दुगुनी हो गईं जब उनकी विवाहित सुपुत्री श्रीमती चंदा यादव जनपद पंचायत अशोकनगर की निर्विरोध अध्यक्ष बन गईं। यादव परिवार को इस उपलब्धि पर बधाईयों का तांता लगा हुआ है।
बैजनाथ सिंह यादव शिवपुरी जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं और वह स्वयं जनपद पंचायत बदरवास के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा वह भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष भी रहे हैं। श्री यादव कांग्रेस की राजनीति से प्रारंभ से ही जुड़े रहे हैं।
जिले की गुटों में बटी कांग्रेस राजनीति में हमेशा उन्होंने समन्वय बनाकर रखा है। इसी का लाभ उन्हें जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में मिला। उन्हें कांग्रेस के सिंधिया खेमे के साथ-साथ दिग्गी खेमे ने भी पूर्ण सहयोग किया। हालांकि पिछोर विधायक केपी सिंह द्वारा उन्हें समर्थन देने पर आशंका जाहिर की जा रही थी।
लेकिन श्री सिंह के समर्थन के प्रति बैजनाथ सिंह यादव शुरू से ही आश्वस्त रहे। उन्हें कभी नहीं लगा कि केपी सिंह और उनके समर्थक जिला पंचायत सदस्यों का समर्थन उनके अलावा किसी और को मिलेगा और हुआ भी यही।
चुनाव के एक दिन पहले केपी सिंह ने शिवपुरी आकर पत्रकारवार्ता में सारी अटकलों को विराम दे दिया और श्रीमती कमला यादव के समर्थन की घोषणा की। यही नहीं केपी सिंह ने यह भी कहा कि कमला यादव को 23 में से 16 मत मिलेंगे और परिणाम उनकी भविष्यवाणी के अनुकूल रहा।
कमला यादव इसके पूर्व जनपद पंचायत बदरवास की सदस्य भी रह चुकी हैं और जिला पंचायत सदस्य के रूप में वह वार्ड क्र. 20 से 12 हजार से अधिक मतों से विजयी रहीं थीं।
श्रीमती कमला यादव की जीत के पूर्व ही उनके सुपुत्र रामवीर सिंह यादव लगातार दूसरी बार जनपद पंचायत बदरवास के उपाध्यक्ष बनने में सफल रहे। वहीं उनकी सुपुत्री चंद्रा यादव जनपद पंचायत अशोकनगर की निर्विरोध अध्यक्ष बनीं।
अंतर है तो सिर्फ इतना कि कांग्रेस नेता बैजनाथ सिंह यादव की धर्मपत्नी श्रीमती कमला यादव और सुपुत्र रामवीर सिंह यादव कांग्रेस राजनीति से जुड़े हैं जबकि उनकी विवाहित पुत्री भाजपा की हैं।