शिवपुरी। ऑटो चालकों से हफ्ता वसूली कर उन्हें यातायात के नियम तोड़ने का लाइसेंस देने वाली यातायात पुलिस ने आज पुलिस थाने में बुलाकर ऑटो चालकों को यातायात के नियम समझाए। यातायात थाने में एक मीटिंग का आयोजन किया गया, आटो चालकों को बुलाया और फोटो भी खिंचवाए ताकि प्रेस रिलीज किया जा सके। असलियत क्या है यह किसी से छिपी नहीं है।
आज जारी प्रेसरिलीज में बताया गया है कि :-
यातायात सप्ताह के दूसरे दिन यातायात प्रभारी आनंद रॉय व सूबेदार पुरूषोत्तम विश्नोई ने ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने के लिए यातायात थानें पर ही एक बैठक का आयोजन किया। बैठक में करीब आधा सैकड़ा ऑटो व टैक्सी चालक मौजूूद थे।
बैठक में यातायात प्रभारी व सूबेदार ने कई नियमों के बारे में चालको को जानकारी देते हुए उन्हें नियमों का पालन करने की हिदायत दी। बैठक में ऑटो यूनियन के वनवारी धाकरे भी मौजूद थे।
बैठक की शुरूआत में जहां यूनियन अध्यक्ष बनवारी धाकरे ने अपने साथियों को वाहन चालक की ड्रैस पहनने के साथ-साथ अन्य नियमों को ध्यान रखनेे का संकल्प दिलाया वहीं प्रभारी आनंद रॉय ने कहा कि शहर में रेलवे स्टेशन के पास जो प्रीपेड ऑटो बूथ की व्यवस्था की गई है वह आप सभी चालको के लिए है लेकिन देखने में आता है कि कई चालक उस सुविधा का लाभ न लेते हुए स्टेशन के बाहर से ही सवारी भरकर ले जाते है।
इसके अलावा रेड सिग्नल के बाद भी इंट्री करना व यातायात नियमों को तोडऩा आदि कई ऐसी परिस्थितियां होती है जिनमें ऑटो चालक नियमों को तोड़ते है और पुलिस को मजबूरन उनके चालान करने होते है।
यहां याद दिला दें कि शहर में संचालित होने वाले करीब एक हजार से ज्यादा आॅटो यातायात पुलिस की अवैध आय का बड़ा जरिया हैं। शिवपुरी शहर में हालात यह हैं कि यदि कोई आॅटो चालक ईमानदारी के साथ आॅटो चलाना चाहे तब भी उसे संचालन करने नहीं दिया जाता, तब तक उसके खिलाफ चालानी कार्रवाईयां होतीं रहतीं हैं जब तक कि वो नियमित हफ्ता देने को तैयार ना हो जाए।
नेशनल हाईवे से गुजरने वाले ओवर लोडेड ट्रक यातायात पुलिस की काली कमाई का सबसे बड़ा जरिया हैं। यातायात सप्ताह के अवसर पर केवल एक सवाल, क्या नेशनल हाईवे से होने वाली इस सप्ताह की कमाई शहर के हित में खर्च करेगी यातायात पुलिस ?