बेटी का रेप करना चाहता था इंद्रपाल, इसलिए कर दी हत्या

शिवपुरी। अपनी पुत्री पर बुरी नीयत रखने वाले एक चारित्रहीन युवक की हत्या बेटी की सहयता से बाप ने कर दी। बतया गया है कि मृतक हत्यारोपी की पुत्री और उसकी सहेली पर बुरी नजर रखता था, और मृतक ने इन दोनो युवतियों को कई बार छेड़छाड भी कर दी थाी।

जानकारी के अनुसार दिनारा थाना प्रभारी परमानंद शर्मा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 6 जनवरी को फरियादी शिशुपाल परमार निवासी डामरौनखुर्द ने दिनारा थाने पहुंचकर रिपोर्ट की कि उसका बड़ा भाई इंद्रपाल लापता है और उसका पता नहीं चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में गुमशुदगी का प्रकरण कायम कर जांच शुरू की। जांच के दौरान यह पता चला कि इंद्रपाल परमार की लाश पटेरिया नाला ग्राम डामरौनखुर्द में दबी है।

पुलिस ने लाश को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। जांच में स्पष्ट हुआ कि मृतक इंद्रपाल के सिर पर गंभीर चोटें हैं और उसकी हत्या की गई। इस पर पुलिस ने हत्या का प्रकरण कायम कर जांच शुरू की। घटना स्थल व आसपास से मिले साक्ष्यों तथा ग्रामीणों से हुई पूछताछ में स्पष्ट हुआ कि मृतक इंद्रपाल आदतन शराब पीने का आदी था तथा चरित्रहीन था।

उसकी पत्नी की मृत्यु चार-पांच वर्ष पूर्व हो चुकी थी और उसके बाद से ही वह गांव की महिलाओं व बेटियों पर बुरी नजर रखने लगा था तथा कई महिलाओं से उसके अवैध संबंध थे। बताया जाता है कि गांव की एक महिला से आरोपी जबर्दस्ती अवैध संबंध बनाए हुए था और उसकी पुत्री पर भी वह बुरी नजर रखता था तथा उसके साथ कई बार छेड़छाड़ कर चुका था। यही नहीं आरोपी उक्त लड़की की सहेली से भी अवैध संबंध बनाने के लिए दवाब बनाए हुए था।

इसकी भनक जब आरोपी सालिगराम को लगी और उसे पता चला कि उसकी पुत्री से आरोपी अवैध संबंध बनाना चाहता है तो उसका खून खौल उठा। इस पर आरोपी सालिगराम ने अपनी पुत्री की सहेली शिवी से कहा कि वह किसी तरह इंद्रपाल को पटेरिया नाले के पास ले आए। इंद्रपाल जब वहां पहुंचा तो आरोपियों ने उसके सिर पर पत्थर पटककर उसकी हत्या कर दी।

पुलिस ने जब सालिगराम से सख्ती से पूछताछ की तो उसने पूरा मामला उगल दिया। उक्त अंधेकत्ल के पर्दाफाश में थाना प्रभारी परमानंद शर्मा, एएसआई भूपेन्द्र सिंह परमार, प्रधान आरक्षक हरदयाल, महिला आरक्षक प्रभावती, आरक्षक प्रहलाद यादव, सैनिक धर्मपाल और कमलेश शर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।