शिवपुरी। करैरा अनुविभाग के अमोला थाना अंतर्गत स्थित अमोलपठा चौकी पर पिछले 10 दिनो से अधिक समय से कोई भी प्रभारी नहीं है। पूर्व में चौकी पर 7 से 8 पुलिसकर्मी मौजूद रहते थे। अब स्थिति यह है कि अमोलपठा में आने वाले दो दर्जन से अधिक गांव केवल वर्तमान में 3 पुलिसकर्मियो के भरोसे है।
जबकि अमोलपठा क्षेंत्र काफी संवेदनशील है और यहां पर कभी भी बड़ी वारदात होना आम बात है। एक वर्ष पूर्व एक सेठ के घर लाखों रूपए की डकैती भी अमोलपठा में हुई थी। ऐसे में अमोलपठा सहित आसपास के लोग खुद को काफी असुरक्षित महसूस कर रहे है वहीं कोई भी शिकायत करने पर उनकी कोई भी समस्या नहीं सुनी जाती और न ही कोई रिपोर्ट दर्ज होती।
सूत्रों के मुताबिक पहले यहां पर देवेन्द्र सिंह कुशवाह अमोलपठा चौकी के प्रभार में थे। लेकिन पदोन्नत होने के कारण उनका स्थानातंरण ग्वालियर होने से वे चले गए। बाद में अमोला थाने मेंं पदस्थ एएसआई सुरेश तोमर को चौकी का प्रभार दिया गया लेकिन दो दिन में ही एक बिना रॉयल्टी के रेत से भरे डंपर को पकडऩे के विवाद पर से सुरेश को वापस अमोला बुला लिया गया। इसके बाद से पिछले 10 दिनो से अमोलपठा चौकी बिना प्रभारी के है साथ ही दो अन्य पुलिसकर्मी भी यहां से स्थानातंरित हो गए है। अब चौकी पर केवल दो आरक्षक व एक हवलदार है ऐसे में अमोलपठा जिसकी आबादी लगभग 10 हजार के करीब है साथ ही दो दर्जन गांव भी इसी चौकी क्षेंत्र में आते है। उनकी सुरक्षा पर सवालिया निशान लग गया है।
इधर बसई चौकी डेढ़ वर्ष से है बंद
कोलारस के तेंदुआ थाना क्षेंत्र की बसई पुलिस चौकी ाी लगभग डेढ़ वर्ष से बंद है। ऐसे में इस चौकी क्षेंत्र के करीब आधा दर्जन से अधिक ग्राम के लोगो को कोई भी रिपोर्ट या शिकायत करने के लिए 20 किमी दूर तेंदुआ थाने पर आना पड़ता है। ऐसी स्थिति में वहां के लोग खासी परेशानी का सामना कर रहे है। हालांकि इस चौकी पर आधा दर्जन पुलिसकर्मियो का स्टॉफ स्वीकृत था लेकिन पुलिस अधिकारियों की उदासीनता के चलते इस चौकी के अलावा कई अन्य थाने व चौकियों की हालत ऐसी ही है।
इनका कहना है
जल्द अमोलपठा चौकी पर प्रभारी सहित अन्य पुलिसकर्मियो की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा अन्य थानों में रिक्त पड़े पदो को ाी भरने की कार्रवाई होगी। लोगो को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
एमएल छारी, एसपी, शिवपुरी।