शिवपुरी। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बढ़ते कदमों को आगे बढ़ाने का कार्य पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरदित्य सिंधिया ने किया था जिन्होनें केन्द्रीय मंत्री रहते हुए जिले को 189 करोड़ की लागत से तत्कालीन केद्रीय मंत्री गुलामनवी आजाद से एक कार्यक्रम के दौरान मेडीकल कॉलेज दिलाया ओर इस मेडीकल कॉलेज का विधिवत रूप से श्री सिंधिया द्वारा लोकार्पण भी कराया गया। ऐसे में अब शिवपुरी को मिली इस योजना के प्रदेश सरकार द्वारा धूमिल किया जा रहा है।
जब से शिवपुरीवासियों को मेडीकल कॉलेज सतना-सिवनी जाने की खबरें चर्चा में आई तब से नागरिकों में विरोध शुरू हो गया है। जिसमें मानवाधिकार मिशन के कार्यकर्ता विक्रम सिंह रावत ने मेडीकल कॉलेज के स्थानांतरण को रोकने और शिवपुरी में ही मेडीकल कॉलेज खोला जाए इसके लिए पहल शुरू की है जिसमें उन्होनें पर्चे वितरित कर जनमानस के बीच यह संदेश दिया है कि स्वास्थ्य सेवाओं के रूप में शिवपुरी का मिलने वाला मेडीकल कॉलेज शहर की पहचान होता है, शहर का कोई भी बालक मेडीकल की शिक्षा के लिए बाहर जाने के बाध्य नहीं होता और शहर का चहुंमुखी विकास होता है इसलिए अंचल को जो मेडीकल की सौगात मिली है वह कहीं अन्यत्र जाने नहीं देंगें। इसके लिए अभियान शुरू किया गया है जिसमें शहर के मदर टेरेेसा के 10 एवं 12वीं के छात्र-छात्राओं व आई.टी.आई. के लगभग 350 छात्र-'छात्राओं ने इस अभियान को अपना समर्थन दिया है ओर इसके साथ ही शहर के अन्य समाजसेवी व जागरूक लोग भी इस आन्दोलन से जुड़कर मेडीकल कॉलेज को बचाने के लिए इस आन्दोलन में सहभागी बनेंगें। श्री रावत की यह पहल निरंतर जारी रहेगी और वह मेडीकल कॉलेज को बचाए रखने के लिए कार्य करेंगें।