शिवपुरी। शहर में यातायात की बहाली को तैनात सूबेदार पुरूषोत्तम विश्नोई ने आखिरकार शहर में हैलमेट की उपयोगिता को बढ़ाने के लिए अभियान शुरू कर ही दिया है। इस अभियान की शुरूआत उन्होंने अपने ही पुलिसकर्मीयों के साथ की।
जहां गत दिवस दो पुलिसकर्मी जब उनके पास बिना हैलमेट के आए तो सबसे पहले उसका कारण पूछा जब संतुष्ट नहीं हुए तो दोनों ही पुलिसकर्मीयों के 100-100 रूपये के चालान काटे और हिदायत दी कि आगे से बिना हैलमेट के रहे तो फिर से चालान की कार्यवाही की जाएगी।
शहर में यह मामला चर्चा का विषय बन गया है कि पुलिस हैलमेट अभियान की शुरूआत स्वयं से ही कर रही है जब शहर में घूमने वाले हजारों दुपहिया वाहन चालकों ने यह देखा तो संभव है कि आने वाले समय में हरेक बाईक सवार हैलमेट की उपयोगिता का समझकर उसे प्रयोग में लाऐं। इस बारे में सूबेदार श्री विश्नोई कहते हैं कि हम जानते है कि इंसान का जीवन अमूल्य है यदि ऐसे में वह कहीं दुर्घटना का शिकार हो गया तो बिना हैलमेट के सिर में गंभीर चोट लग जाए तो जान भी जा सकती है
इसलिए अपने घर-परिवार और स्वयं की रक्षा के लिए हैलमेट को प्रयोग में लाए ताकि इन दुर्घटनाओं से बचाव हो और अन्य लोग भी प्रेरणा लें। श्री विश्नोई के अनुसार हम यही अपेक्षा करते है शहरवासियों कि समय-समय पर ही नहीं बल्कि बाईक चलाते वक्त हर समय हैलमेट पहने होना चाहिए। अभी हमने इसकी शुरूआत कर दी है और इसके लिए सबसे पहले पुलिस ही हैलमेट को उपयोग में लाएगी, इसके बाद रैली निकालकर जनजागरूक अभियान चलाया जाएगा जिसमें हैलमेट की उपयोगिता प्रमुख रूप से शामिल होगी।
पुराने बस स्टैण्ड से नहीं रूक रहा बसों का संचालन
शिवपुरी। जिला कलेक्टर राजीव दुबे ने स त निर्देश बस संचालकों को बैठक के माध्यम से दिए थे कि करोड़ों रूपये की लागत से बने पोहरी रोड़ स्थित बस स्टैण्ड से ही सभी का नियमित संचालन हो लेकिन कलेक्टर के इस आदेश को बस ऑपरेटर ही हवा में उड़ाते नजर आ रहे है। बताना होगा कि शहर के प्रायवेट बस स्टैण्ड पर भी प्रायवेट बसों का नियमित संचालन बना हुआ है जबकि अभी कुछ दिनों पहले ही यातायात विभाग ने यहां स त निर्देश देकर प्रायवेट बस संचालकों से कहा था कि वह पुराने बस स्टैण्ड से किसी प्रकार का बस संचालन ना करें अन्यथा कार्यवाही की जाएगी और इस कार्यवाही में कई बसों के संचालकों के चालान भी काटे गए।
इसके बाद भी बस ऑपरेटर नहीं सुधर रहे और चोरी छुपे फिर से रातों रात पुराने बस स्टैण्ड से बसों का आवागमन निरंतर बना हुआ है। ऐसे में शासन के निर्देशों की अव्हेलना करने वाले इन बस संचालकों पर कार्यवाही करने के लिए औचक निरीक्षण की आवश्यकता महसूस की जा रही है इसके बाद भी यहां से बसों का संचालन हो तो इनके परमिट ही निरस्त करने की कार्यवाही होना जरूरी है तब कहीं जाकर यह बस संचालक अपनी गलतियों को सुधार पाऐंगें।