अमोलपठा। करैरा अनुविभाग के अमोलपठा क्षेंत्र में 1 दिसंबर को बिना रॉयल्टी का एक रेत से भरा डंपर पकडऩे को लेकर अमोलपठा चौकी प्रभारी सुरेश सिंह तोमर व अमोला एसओ रविन्द्र सिंह सिकरवार में कहा-सुनी हो गई।
हालांकि बाद में डंपर को जप्त करने की कार्रवाई कर मामला माइनिंग को भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि अमोला प्रभारी डंपर पकडऩे को लेकर नाराज थे और उन्होने अमोलपठा चौकी प्रभारी से उक्त डंपर को छोडऩे की बात कही थी लेकिन प्रभारी ने अमोला एसओ की बात न मानते हुए डंपर की जप्ती की कार्रवाई कर फाइल को माइनिंग के सुपूर्द कर दिया।
1 दिसंबर को शाम एक रेत से भरा डंपर अमोलपठा चौकी क्षेंत्र में पुलिस ने पकड़ लिया। पकड़ा गया डंपर मदन गुर्जर का है। अमोलपठा प्रभारी सुरेश तोमर ने जब डंपर चालक से रॉयल्टी के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि उसके पास रॉयल्टी ही नहीं है।
डंपर पकडऩे के बाद इसकी जानकारी अमोला एसओ को मिली तो एसओ ने चौकी प्रभारी को डंपर छोडऩे की बात कहीं। लेकिन प्रभारी ने एसओ की बात न मानते हुए डंपर को जप्ती की कार्रवाई कर दी। इसी बात को लेकर दोनो प्रभारियों में कहासुनी हो गई।
इनका कहना है
बिना रॉयल्टी का डंपर पकड़ा था जिसे जप्त कर मामलें को माइनिंग कार्यालय भेज दिया है। इस क्षेंत्र में कई महिनो से अवैध उत्खनन का कार्य जारी है। डंपर को छोडऩे के लिए फोन आया था लेकिन मैंने जो सही कार्रवाई थी उसे अंजाम दिया।
सुरेश तोमर
एएसआई, अमोलपठा प्रभारी।