शिवपुरी। पोहरी के नगरा व अतवेई स्कुलो में जांच करने पर डीपीसी शिरोमणि दुबे को भ्रष्टाचार करने के नए फार्मूले की जानकारी देखने को मिली और वह इसे देखकर सन्न रह गए कि कैसे कोई व्यक्ति केवल कमीशन के लिए सरकार के लाखो रूपए बर्बाद कर सकता है।
जानकारी के अनुसार डीपीसी शिरोमणि दुबे पोहरी तहसील क्षेत्र में सरकारी स्कूलों की जांच करते हुए नगरा व अतवेई के स्कूलो मे गए वहां डीपीसी ने देखा कि प्रावि नगरा में महल 66 बच्चे दर्ज है। और जिनके लिए 2010-11 में पूर्व में ही स्कूल में पर्याप्त भवन होने के बाबजूद भी केवल भ्रष्टाचार करने के लिए अतिरिक्त 6 भवन बीआरसी और उपयंत्री द्वारा स्वीकृत करा दिए और सरकार के खजाने पर करीब 15 लाख की चपत लगा दी।
इस भ्रष्टाचार के नए फार्मुले में काम इतनी जल्दी किया गया कि उपयंत्री द्वारा ऐसा साईड सिलेक्शन किया गया कि ये कक्ष तालाब के भराव क्षेत्र में बना दिए गए और ये भवन वर्षाकाल में 4 माह तक पानी में डूबे रहते है।
कुछ ऐसे ही हालत डीपीसी को ग्राम अतवेई में मिले। अतवेई ग्राम का माध्यमिक विद्यालय एक ही भवन में लगता है,पूर्व सरपंच के कार्यकाल में स्वीकृत माध्यमिक विद्यालय भवन आज तक पूरा नही हुआ है।
प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय के लिए स्वीकृत तीन कक्ष एंव बाउण्ड्रीवाल दूसरी जगह निर्मित करा दी गई। इन भवनो का निर्माण वर्ष 2010-11 में कराया गया। वर्ष 2011-12 में स्वीकृत अतिरिक्त कक्ष भी स्कुल से दूसरी जगह बना दिया गया है जो बच्चो के लिए अनुउपयोगी बने हुए है।
इस मामले में भी करीब 10 लाख 56 हजार रूपए की शासकीय धनराशि के दुरूपयोग की बात प्राथमिक जांच में आई है। इन दोनो मामलो में करीब 25.5 लाख रूपए की रााशि अधिकारियों से वसूलने की कार्रवाई की जा रही है।
Social Plugin