नहीं चल रहा यशोधरा का जादू, अब सिंधिया की सभा पर निगाहें

शिवपुरी। जिस नगर पालिका परिषद शिवपुरी में पांच वर्ष तक सत्ता में रही भाजपा अब एक बार फिर से सत्ता काबिज होने का सपना देख रही है तो यह उसकी अतिश्योक्ति ही नजर आएगी। ऐेसे में यहां भाजपा के लिए मुश्किलें भी कम नहीं है। भले शिवपुरी में रहकर कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने कितना भी अपना प्रभाव दिखाने का प्रयास किया हो लेकिन इसका असर कम ही नजर आ रहा है।

जीत-हार के द्वंद में फंसी भाजपा को इस परिस्थिति से बाहर निकालने के लिए कोई नायाब तरीका तो नजर नहीं आ रहा और अब  आगामी 29 को ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने से भाजपाईयों की नींद उड़ी हुई है। यहां दूसरी ओर मुश्किलें निर्दलीय प्रत्याशी रामजी लाल कुशवाह और छत्रपाल सिंह ने भी बढ़ा रखी है। यहां भाजपानुरूप माहौल देखने को कम ही मिल रहा है जिससे जनता के मस्तिष्क पर मोदी और शिवराज का जुनून सवार हो इसके लिए भाजपाई तिकड़म लगाने में तल्लीन है लेकिन रास्ता नजर नहीं आ रहा।

कहते है कि शिवपुरी की राजनीति में यूं तो कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की द ालदांजी प्रमु ा होती है यही कारण है कि उन्होंने अपने चहेते प्रत्याशी के रूप में हेमंत ओझा,राजू बाथम और अशोक बाबा को दरकिनार कर पैनल के बाहर से हरिओम राठौर को नपाध्यक्ष का प्रत्याशी घोषित करवा दिया। इसके बाद वह इस चुनाव में हरिओम के लिए प्रचार करने ाी आई, लेकिन यह प्रचार-प्रसार जनता के दिलोदिमाग पर असर नहीं कर पा रहा है। सूत्रों के अनुसार चर्चा है कि इस बार शिवपुरी में एक बार फिर से निर्दलीय की उ मीदवार बढ़ रही है जिसमें निर्दलीय प्रत्याशियों में जहां छत्रपाल सिंह गुर्जर और रामजी लाल कुशवाह है तो वहीं ोड़ापति मंदिर के महंत लक्ष्मणदास ाी हाथी की सवारी कर रही है।

जिससे जातिगत वोट बैंक को वह पाने में सफल ाी हो सकते है और इसके अलावा उन्हें मंदिर के सैकड़ों ाक्तें का सहयोग ाी मिल रहा है। इसके साथ ही छत्रपाल के साथ वि िान्न सामाजिक संगठन कतारबद्घ होकर उसे जिताने के लिए प्राण-प्रण से जुटे हुए है। कांग्रेस पार्टी के मुन्ना लाल कुशवाह को ाी ाुनाने के लिए प्रतिदिन कांग्रेस के सैकड़ों कांग्रेसी व महिलाऐं रोड़ों पर आकर रोड़ शो कर रही है तो वहीं महेन्द्र सिंह कालू ोड़ा अपने अधीनस्थों के द्वारा पूरे चुनावी माहौल की जानकारी ले रहे है। इतना सब होने के बाद ाी ााजपा अपनी जड़ें मजबूत करने के लिए ारसक प्रयास कर रही है।

यहां मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की स ाा का असर ाी जनता पर दे ाने को नहीं मिल रहा कारण कि जनता में स्वयं ााजपा की स्वीकार्यता ग्रहण करने की क्षमता नजर नहीं आ रहे। शहर में गंदगी, धूल मिट्टी और जलावर्धन व सीवर योजना के अधर में लटकने से आज जो हालात निर्मित हुए है उस ााई को पाटना स्वयं ााजपा के लिए टेढ़ी ाीर साबित हो रहा है ाले ही इसके लिए कैबीनेट मंत्री यशोधरा राजे ंिसधिया स्वयं सड़कों पर आकर यहां की आवोहवा से ाली ाांति परिचित हो गई हों। ऐसी सं ाावना है कि मतदाताओं का रू ा ााजपा से हटकर अन्यत्र जा सकता है ऐसे में ााजपा की बढ़ी मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही।

मतदाताओं को रिझाना पड़ रहा हरेक प्रत्याशी को महंगा
भाजपा के हरिओम राठौर, कांग्रेस के मुन्ना लाल कुशवाह, बहुजन समाज पार्टी के महंत लक्ष्मणदास त्यागी, समाजवादी पार्टी के अफजल खान, निर्दलीय उम्मीदवार छत्रपाल सिंह गुर्जर, रामजी लाल कुशवाह, राजकुमार साहू, राजकुमार सोनी, राधेश्याम सोनी यह सभी नगर पालिका के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी है लेकिन इन सभी प्रत्याशियों को मतदाताओं को रिझाने का कोई नया रास्ता नजर नहीं आ रहा है।

वैसे कहा जाता है कि मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब और पैसे का खेल खूब खेला जाता है लेकिन यहां तो ऐसे प्रत्याशी भी नहीं जो मतदाता के मन पर कुठाराघात करने के लिए इन सब चीजों का प्रयोग करें, और यदि ऐसा किया भी गया तो मतदाता के मन को कोई भी प्रत्याशी समझ नहीं पा रहा। आखिरकार ऐसे में कैसे कोई कहे कि इस बार का यह चुनाव किसी एक दल के लिए मुख्य है यहां हरेक जाति वर्ग से मतदाताओं का झुकाव प्रत्याशी अपनी ओर करना चाहेगा। ऐसे में मतदाताओं को रिझाना प्रत्याशियों को बड़ा झटका रहा है कि वह करें तो क्या करें...।

फिर जलावर्धन का आश्वासन देकर चले गए सीएम
शिवपुरी शहर की जनता से वायदों- पर वायदे करने वाले प्रदेश के मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फिर से वायदा कर गए कि अगली बार वह सिंध का पानी जलावर्धन येाजना के रूप में लेकर आऐंगें। इससे पूर्व भी शहर में अटल ज्योति अभियान का शुभारंभ करने आए सीएम श्री चौहान ने जनता से वायदा किया था कि अगली बार वह जब भी शिवपुरी आऐंगें तो सिंध का पानी लेकर ही आऐंगें लेकिन गत दिवस वह चुनावी बेला में शिवपुरी आए और जनता की भावनाओं से खिलवाड़ करते हुए पुन: जलावर्धन योजना को पूर्ण करने का आश्वासन दे गए।

अब जनता एक बार फिर से स्वयं को ठगा सा महसूस कर रही है कि एक ओर तो जहां गुजरात में लगभग 400 किमी से पाईप लाईन डालकर पानी की व्यवस्था की गई तो वहीं शिवपुरी के लिए केवल 29 किमी का फासला तय करने में कितना समय लगेगा, यह तो किसी ने भी नहीं सोचा होगा। अब एक बार फिर से सीएम के आश्वासन पर जनता आश्रित है और कब जलावर्धन योजना पूर्ण हो इसी आशा में बैठी है। हालांकि यहां चुनावी बेला में सीएम के आने और उनके आश्वासनों का प्रभाव जनता पर देखने को कम ही मिलेगा क्योंकि जनता अब सब जान चुकी है और यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि शिवपुीर नगर पालिका में जनता किसे चुनेगी लेकिन प्रदेश के मुख्यमंत्री के कोरे आश्वासनों से अब जनता का मन ऊब चुका है।