निर्दलीय प्रत्याशी छत्रपाल सिंह के कार्यालय का उद्घाटन

शिवपुरी। शहर के बद्तर हालतों को मुद्दा बनाकर कांग्रेस से हटाए गए छत्रपाल सिंह गुर्जर ने निर्दलीय चुनाव लडऩे का फैसला लिया और वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरे हैं।
जिनका चुनाव चिन्ह मटका है और इसी मटके में मड़ीखेड़ा से पानी भरकर लाने का विश्वास दिलाकर वह चुनाव जीतने के सपने सजो रहे हैं। इसी के साथ उन्होंने धूल, टूटी हुई सड़कें और नगरपालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार को अपने चुनावी दौरे में मुद्दा बनाया। कल माधव चौक पर उनके कार्यालय का उद्घाटन किया गया।

जिसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म के महागुरूओं को आमंत्रित किया और उनके कर कमलों से फीता कटवाया। इसके बाद उन्होंने चुनावी प्रचार का बिगुल फूंका और कार्यालय के सामने एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया। जिसमें भाजपा और कांग्रेस को शहर की दुर्दशा का जि मेदार ठहराया और इस चुनाव में व्याप्त समस्याएं और भ्रष्टाचार को खत्म करने का विश्वास दिलाकर मतदाताओं से उन्हें जीत दिलाने की अपील की है। कार्यालय उद्घाटन के अवसर पर बड़ी सं या में मजदूर वर्ग और नागरिकों सहित व्यापारी वर्ग मौजूद रहा।

सत्ता और सत्य यूं ही सीधे-सीधे नहीं मिलते हैं। दोनों के लिए तप जरूरी है। सत्ता दूसरों को सता-सता कर मिलती है और सत्य स्वयं को तपा-तपा कर मिलता है। सत्ता शाश्वत नहीं है। सत्ता का पत्ता कभी भी कट सकता है, लेकिन सत्य शाश्वत है। सत्ता और सत्य दोनों के बीच युद्ध होता है, लेकिन महाभारत का उदाहरण साक्षी है कि युद्ध के 18 वे दिन जीत सत्य की होती है। यद्यपि आम आदमी सत्य को कहना-सुनना पसंद नहीं करता है। बाबर्ची खुद के बनाये खाने को कहां पसंद करता है। सत्य निशब्द है और कुछ प्रश्रों के उत्तर केवल मौन में दिये जा सकते हैं।