लेंड बैंक के लिए भेड फार्म की 200 एकड जमीन उद्योग विभाग को देने की तैयारी

शिवपुरी। आज से डेढ वर्ष पूर्व मोहना में आए सीएम ने कहा था कि उद्योगो कि लिए लेंड बैंक तैयार किया जाऐगा। जिससे उद्योगो को लेंड की कमी नही रहै इसी क्रम में पड़ोरा भेड़ फार्म की जमीन अब उद्योग विभाग को देने की तैयारी चल रही है।

इस कारण  पशु चिकित्सा विभाग के प्रमुख सचिव प्रभांशु कमल आगामी 12 नवंबर को शिवपुरी रहे हैं। वे भेड़ फार्म की जमीन को देखने भी जाएंगे। पीएस के दौरे के बाद भेड़ फार्म की 200 एकड़ जमीन पर किया गया कब्जा भी हटाया जाएगा, जिसमें खेती की जा रही है।

गौरतलब है कि उद्योग विभाग ने शिवपुरी जिले में 4 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि का लैंड बैंक तैयार किया हैए जिसमें सबसे अधिक जमीन भेड़ फार्म की है।  तभी से इस जमीन को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया चल रही है। इसे अंतिम रूप देने के लिए अब पशु चिकित्सा विभाग के प्रमुख सचिव प्रभांशु कमल भी शिवपुरी रहे हैं।

वर्ष 1975 में पड़ोरा पर भेड़ फार्म शुरू किया गया। जिसमें आस्ट्रेलिया से लाए गए मेढ़ों से भेड़ों को क्रॉस करवा कर बेहतर किस्म की भेड़ों की नस्ल तैयार की गई। फार्म  हाउस मेें इतने वर्षों में शिवपुरी की भेड़ों की केवल नस्ल बेहतर हुई बल्कि 25 किलो की भेड़ का वजन अब 50से 60 किलो हो गया। पिछले कई वर्षों से फार्म हाउस को दिए जाने वाले फंड को कम कर दियाए बल्कि स्टाफ भी कम होता चला गया। जिसके चलते अब यह फार्म हाउस बंद होने की कगार पर जा पहुंचा।

कुल 9200 एकड़ 3680 हेक्टेयर जमीन फोरेस्ट विभाग से पशु चिकित्सा विभाग को हस्तांतरित की गई थी। जिसमें से केवल 3500 एकड़ जमीन का ही भेड़ फार्म के लिए फेंसिंग करके उपयोग किया गयाए जबकि 5700 एकड़ भूमि पर तभी से जंगल है। 39 साल पहले शुरू किया भेड फार्म तब वहां 4 हजार भेड़ें तक रखी जाती थीं, लेकिन अब बमुश्किल सौ भेड़ बची हैं। खाली पड़ी फार्म की जमीन पर कब्जा कर केवल खेती की जा रही है, बल्कि स्टाफ के लिए बनाए गए क्वार्टरों में कई आदिवासी परिवार बस गए हैं। कब्जों को हटवाने के लिए पशु चिकित्सा विभाग बरसों से प्रयासरत है, लेकिन वो उसे खाली नहीं करवा पा रहा।