जैन समाज सूअर को गोली मारने के विरोध में, लेकिन जारी रहेगी किलिंग

शिवपुरी। आज फिर सुअर शूट आउट मामले में जैन समाज ने विरोध जताते हुए कलेक्टर को ज्ञापन दिया है जैन समाज का कहना है कि सुअर को गोली नही बल्कि उन्है शहर से बाहर कर दो। प्रशासन ने तीन दिन तक शूट आउट रोक दिया परन्तु रात में अचानक फिर शूट आउट के आदेश दे दिए है।

सुअर शूटिंग अभियान में प्रशासन पशोपेश में पड़ा हुआ है। माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के अनुक्रम में प्रशासन ने शूट आउट अभियान शुरू अवश्य कर दिया है, लेकिन दबावों के चलते इस अभियान को वह दृढ़ता से गति नहीं दे पा रहे। 

सूअरों को गोली मारने का ठेका हैदराबाद के ठेकेदार नबाव सफात अली ने 240 रूपये प्रति सूअर की दर से लिया है। लेकिन इस दर में मृत सूअरों का डिस्पोजल शामिल नहीं है। लेकिन सफाईकर्मियों के एकतरफा रूप से अवकाश पर चलने के कारण ठेकेदार को वह काम भी करना पड़ रहा है जो उसकी ड्यूटी में शामिल नहीं है।

सूत्रों के अनुसार ठेकेदार नगरपालिका प्रशासन की भूमिका से संतुष्ट नहीं है। यह भी कहा जा रहा है कि चार दिन चले अभियान में जब-जब भी नगरपालिका अधिकारी साथ रहे तब सूअरों को अधिक सं या में नहीं मारा जा सका। नगरपालिका प्रशासन पर सूअर माफिया के  दबाव में काम करने के आरोप भी लगे।

लेकिन इस अभियान का प्रारंभ स्थानीय विधायक और उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया की दृढ़ता के कारण हो सका। जिन्होंने चुनाव जीतने के बाद शहर को सूअरों से मुक्त करने का बीड़ा उठाया था। उनकी दृढ़ता के कारण ही प्रशासन और पुलिस को अभियान में सहयोग करना पड़ा।

कल जैन समाज के एक प्रतिनिधि मंडल ने जिसमें प्रमुख रूप से राकेश जैन आमोल, राजकुमार जैन जड़ीबूटी वाले, तेजमल सांखला, रामदयाल जैन मावा वाले, प्रकाशचंद जैन, संजीव कुमार बांझल, चंद्रसैन जैन, शिखर जैन, अल्पेश जैन, मनोज जैन, महेन्द्र रावत आदि शामिल थे ने सबसे पहले कलेक्टर राजीवचंद दुबे से भेंट की और उन्हें ज्ञापन पेश किया तथा उनसे तत्काल सुअरों को शूट किए जाने के आदेश को निरस्त करने की मांग की।

 लेकिन कलेक्टर ने जवाब दिया कि इस बारे में वह मु य नगर पालिका अधिकारी से बातचीत करें और एसडीएम डीके जैन को कलेक्टर ने अधिकृत किया कि वह प्रतिनिधि मंडल की सीएमओ से मुलाकात कराएं। इस तारत य में सीएमओ अशोक रावत ने जैन समाज के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा की। जैन समाज के प्रतिनिधियों ने सीएमओ से कहा कि सुअरों को गोली मारने की बजाय उन्हें ट्रकों में भरकर शहर से बाहर किया जा सकता है।

इसके लिए नगर पालिका को ठोस रणनीति बनानी चाहिए। इस संबंध में सहयोग के लिए जैन समाज तत्पर है, लेकिन सुअरों को मारने की कार्रवाई पर अविलंब विराम लगाया जाए। सूत्र बताते हैं कि प्रशासनिक दबाव में सीएमओ अशोक रावत ने जैन समाज के प्रतिनिधि मण्डल को आश्वासन दिया कि सूअरपालकों को शहर से सूअर हटाने के लिए तीन दिन का समय दिया जाता है तब तक यह अभियान स्थगित रहेगा।

लेकिन इस फैसले से ठेकेदार सफात अली असंतुष्ट हुए और उन्होंने हैदराबाद रवानगी डालना निश्चित किया। लेकिन आधी रात को ही कमाल हुआ और प्रशासन ने ठेकेदार को जगाकर बताया कि उन्हें सूअरों की शूटिंग में हर संभव सहयोग दिया जाएगा।