आधा वर्ष बीता पर जेल वारंट की तामील भी नहीं करा पा रहे थानेदार

शिवपुरी। शासकीय धनराशि की रिकवरी और दूसरों की जमीन पर कब्जा करने वाले विवादों से जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी रूचि नहीं दिखा रहे हैं। 6 माह पहले सिरसौद और सतनवाड़ा थाना प्रभारियों को तामीली हेतु जो जेल वारंट भेजे गए उनकी आज तक तामीली नहीं हुई है और आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं।

सतनवाड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरी में अतिक्रामक अपरू पुत्र भमरू कुशवाह के विरूद्ध जेल वारंट की तामील न होने पर एसडीएम जैन ने एसडीओपी को भी पत्र लिखा। लेकिन इसके बाद भी वारंट की तामीली नहीं हुई।

जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत खजूरी के तत्कालीन सरपंच खैरू पुत्र गयालाल सरपंच के विरूद्ध 2 लाख 91 हजार रूपये की शासकीय राशि की बसूली हेतु जेल वारंट सतनवाड़ा थाना प्रभारी को तामीली हेतु जारी किया गया था। आरोपी सरपंच पर आरोप है कि उसने खजूरी विद्यालय में अतिरिक्त कक्ष के निर्माण हेतु 2 लाख 38 हजार रूपये की राशि आहरण की। भैंसोरा में शौचालय के निर्माण हेतुु वर्ष 2011-12 में 53 हजार 200 रूपये की राशि का आहरण किया, लेकिन न तो अतिरिक्त कक्ष और न ही शौचालय का निर्माण किया गया। इस मामले में एसडीएम डीके जैन ने जेल वारंट बनाकर सिरसौद थाना प्रभारी को 15 दिन में आरोपी को जेल भेजने के निर्देश दिए, लेकिन थाना प्रभारी ने जेल वारंट का निर्वहन नहीं किया।

इसी प्रकार ग्राम पंचायत यावदा के पूर्व सचिव मोहन सोनी के विरूद्ध 36 हजार 100 रूपये की शासकीय राशि की बसूली हेतु जेल वारंट जारी किया गया था। इसे भी तामील के लिए सिरसौद थाना प्रभारी को भेजा गया, लेकिन आज भी आरोपी पूर्व सचिव खुलेआम घूम रहा है। इसी प्रकार चिटौरा में दूसरों की जमीन पर कब्जा करने वाले छह आरोपियों के खिलाफ जेल वारंट जारी किया गया था, परंतु इसकी तामील महीनों गुजरने के बाद भी नहीं हुई है। सेमरी में दूसरों की जमीन कब्जाने वाले अपरू कुशवाह के विरूद्ध भी जेल वारंट की तामीली होना अभी शेष है। यह स्थिति तब है जब ग्वालियर संभाग के आयुक्त ने पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाकर दूसरों की जमीन कब्जाने वाले अतिक्रामकों के विरूद्ध जल्द से जल्द जेल वारंट की तामील करने के निर्देश दिए थे।