अमानक बीजों की बिक्री से किसान हो रहे शोषण का शिकार

शिवपुरी। शिवपुरी, कोलारस, पिछोर, खनियांधाना, करैरा सहित जिले की अधिकांश दुकानों पर कृषकों को सोयाबीन का खराब बीज मनमाने दामों पर बेचा जा रहा है। सोयाबीन के खराब बीज के कारण सैकड़ों किसानों की फसल नहीं उगी। वहीं एक कृषक की पत्नी ने तो फसल न उगने के कारण जहर खाकर आत्महत्या कर ली।

जबकि पूर्व बयान में महिला ने इस बात का खुलासा किया है कि वह फसल न उगने के कारण सदमे में थी। बाजार तो बाजार बीज निगम में भी सोयाबीन का खराब बीज बेचा जा रहा है। जिसकी शिकायत सिंहनिवास के कृषक भरत रावत ने बीज निगम के अधिकारी श्री खान से की। इस मामले में उपसंचालक कृषि श्री एसकेएस कुशवाह ने यह कहकर हाथ खड़े कर लिए कि उन्होंने पहले ही किसानों को आगाह कर दिया था कि इस बार सोयाबीन का बीज नहीं है इसलिए वह कोई दूसरी फसल कर लें। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार हाथी खाना शिवपुरी निवासी कृषक सोनीराम कुशवाह ने बताया कि वह केटीएम कॉलेज के पास स्थित एक खेत पर बटाईदारी से कृषि कार्य करता है। उसने साढ़़े सात बीघा जमीन में बौने के लिए 14 नंबर कोठी के पास स्थित एक दुकान से 6 हजार रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से डेढ़ क्विंटल सोयाबीन के बीज की खरीद कर उन्हें खेत में डाला। लेकिन खराब बीज होने के कारण फसल नहीं उगी और उसके गाढ़े पसीने की कमाई मिट्टी में मिल गई। 

बदरवास क्षेत्र ग्राम सींगन निवासी रामकृष्ण, विजय आदि ने बताया कि उन्होंने कोलारस से सोयाबीन का बीज 6 हजार रूपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा था, लेकिन बौनी करने के बाद फसल नहीं उगी। इससे उन्हें आर्थिक नुकसान हुआ। वहीं वह अब दूसरी फसल भी नहीं कर सकते। व्यापारी ने वादा किया था कि यदि बीज खराब हुआ तो वह पैसे वापिस करेंगे, लेकिन उनके पैसे वापिस नहीं किए गए और व्यापारी लडऩे-झगडऩे पर उतारू हो गया। 

सिंहनिवास के कृषक भरत रावत ने शिकायत करते हुए बताया कि उन्होंने बीज निगम से 6960 रूपये प्रति क्विंटल की दर से सोयाबीन का बीज खरीदा, लेकिन वह बीज खराब और सड़ा हुआ था तथा उसमें अन्य जिन्स मिली हुई थीं। इस तरह की शिकायतें रोजाना सामने आ रही हैं। लेकिन कृषि विभाग हाथ पर हाथ रखे बैठा है। कृषि अधिकारी सिर्फ यह कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि उन्होंने किसानों को पहले ही दूसरी फसल करने की सलाह दी थी। लेकिन जिलेभर में धडल्ले से सोयाबीन का अमानक बीज बेचा जा रहा है। 

जिस पर विभाग ने कोई निगाह नहीं रखी और व्यापारियों की दुकानों तथा गोदामों की निगरानी नहीं की। बदरवास ब्लॉक के मारोरा गांव के बादल सिंह यादव की पत्नी गीता यादव ने दो दिन पहले फसल न उगने से हुए सदमे के कारण जहर खाकर जान दे दी। उसने अपने मृत्यु पूर्व बयान में बताया कि उनके परिवार ने बाजार से सोयाबीन का बीज खरीदा था,लेकिन फसल नहीं उगी। इसी सदमे में उसने जहर खा लिया।