पेड़ पर लटका मिला युवक का शव

शिवपुरी। शहर से लगभग 4 किमी दूर टोंगरा रोड पर आज उस समय सनसनी फैल गई जब लोगों ने एक युवक का शव पेड़ पर लटका हुआ देखा। इसकी सूचना पुलिस को सुबह 6 बजे स्थानीय लोगों ने दी। लेकिन पुलिस तीन घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची उस समय तक शव पेड़ पर झूल रहा था और ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया था।

इसका गुबार उस समय फूटा जब पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस को देखते ही गुस्साए ग्रामीणों ने अपने आक्रामक तेवर दिखाए और बहुत से लोगों ने कुल्हाड़ी से लेस होकर पुलिसकर्मियों की ओर दौड़ लगा दी। ग्रामीणों का गुस्सा देखकर पुलिसकर्मी खेतों में भाग निकले। आगे-आगे पुलिस और पीछे-पीछे ग्रामीण ऐसा लग रहा था जैसे चोर सिपाही वाला खेल खेला जा रहा है। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों को स्थिति बिगडऩे की सूचना दी। जिस पर एसडीओपी एसकेएस तोमर, कोतवाली टीआई राजेश सिंह राठौर, देहात थाना टीआई संजीव तिवारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। 

लेकिन ग्रामीणों का गुस्सा चरम पर था। जहां कोतवाली टीआई श्री राठौर को ग्रामीणों ने घेर लिया और पुलिस पर लापरवाहीपूर्ण तरीके से कार्य करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी और एसपी महेन्द्र सिंह सिकरवार को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। बाद में एसडीओपी श्री तोमर ने स्थिति को संभाला और ग्रामीणों को समझाइश देकर शव को फंदे से उतरवाया। मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और स्नोफर डॉग भी पहुंच गए। वहीं स्थिति भांपते हुए बज्र वाहन और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था। समाचार लिखे जाने तक पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई थी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रंगीलाल धाकड़ पुत्र रतनलाल धाकड़ उम्र 45 वर्ष निवासी फतेहपुर का खेत टोंगरा रोड पर भारत गैस ऐजेंसी के गोदाम के पास स्थित है। जहां रंगीलाल खेत पर रहकर खेत की रखवाली करता था। बीती रात्रि वह अपने खेत पर बन रहे नवनिर्मित मकान में रूका हुआ था और आज सुबह उसका शव खेत के अंतिम छोर पर लटका हुआ मिला। जिसे कुछ ग्रामीणों ने देखा तो वह रंगीलाल का शव था। बाद में परिजनों को इसकी सूचना दी गई। वहीं पुलिस को ग्रामीणों ने फोन के साथ-साथ कोतवाली पहुंचकर घटना की जानकारी दी।

लेकिन घटना के तीन घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची तो ग्रामीणों का आक्रोश पुलिस के खिलाफ बढ़ गया और पौने नौ बजे जब कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां मौजूद भीड़ ने उन्हें घेर लिया। बाद में कोतवाली टीआई श्री राठौर मौके पर पहुंचे जहां उन्हें भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। वहीं ग्रामीण टीआई के सामने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे और एसपी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। यह देख टीआई श्री राठौर ने बायरलेस से कंट्रोल रूम को पुलिस फोर्स और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट और स्नोफर डॉग को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचाने के निर्देश दिए।

इसके बाद एसडीओपी एसकेएस तोमर पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। जहां श्री तोमर ने परिजनों को अकेले में बुलाकर समझाइश दी और उन्हें शव उतरवाने के लिए राजी किया, लेकिन कार्रवाई के दौरान बीच-बीच में पुलिस और ग्रामीणों के बीच बहस भी होती रही। अंत में परिजनों को विश्वास में लेकर और उचित कार्रवाई किए जाने का आश्वासन देकर शव को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया।

संदिग्ध मामला, पुलिस ने की विवेचना
आज सुबह रंगीलाल का शव खेत पर पेड़ पर रस्सी से लटका हुआ मिला। जिसे देखकर प्रथम दृष्टया प्रतीत हो रहा था कि रंगीलाल की पहले हत्या की गई और बाद में उसे आत्महत्या में बदलने के लिए फांसी के फंदे पर लटकाया गया। लेकिन पुलिस इस मामले में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं कर रही है। वहीं मृतक के परिजनों का कहना है कि रंगीलाल किसी भी तरह से परेशान नहीं था। जिससे वह आत्महत्या जैसा कदम उठा सके। वहीं मृतक की किसी से भी कोई दुश्मनी और विवाद नहीं था। इसके बावजूद भी यह घटना हो गई जो आश्चर्यजनक है। एक तरह से देखा जाए तो यह पूरा मामला संदिग्ध जान पड़ रहा है।

फतेहपुर में लगातार घटी तीसरी घटना
जिस क्षेत्र में आज रंगीलाल का शव पेड़ पर लटका हुआ मिला। उसी क्षेत्र में तीन दिन पहले एक वृद्ध चौकीदार बाबू ओझा का खून से लतपथ शव पड़ा मिला था। इससे पहले डेढ़ वर्ष पूर्व इसी स्थान पर एक टेक्सी चालक का शव सड़क के एक ओर पड़ा हुआ था। जबकि सड़क के दूसरी ओर उसकी टेक्सी क्षतिग्रस्त अवस्था में पड़ी हुई थी, लेकिन इस मामले के साथ बाबू ओझा की हत्या के मामले में पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी है।