​मनमाने बिजली बिल और अधिकारियों की बदतमीजी से जनता आक्रोशित

शिवपुरी। विद्युत विभाग की मनमानी चरम पर है। जहां अघोषित विद्युत कटौती लोगों को परेशान किए हुए हैं। वहीं मनमाने ढंग से बिजली के बिल लोगों के घरों पर पहुंच रहे हैं। जिससे आमजन की परेशानी और बढ़ रही है। वहीं अधिकारी बिल में संशोधन की जगह उपभोक्ताओं को फटकार लगाकर भगा रहे हैं।

ऐसी स्थिति में उपभोक्ता विभाग की मनमानी के चलते परेशान होकर इधर-उधर भटक रहे हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं हैं। वहीं विभाग के आला अधिकारी बिल न जमा करने पर कनेक्शन विच्छेद कर दुविधा को बढ़ रहे हैं।

इसी प्रकार का एक और मामला ठकुरपुरा में निवासरत सीताराम पुत्र कन्हैया लाल यादव का सामने आया। जिसमें दो घरों की बिजली जलती है लेकिन जब बिल आया तो उपभोक्ता को 3 हजार रूपये की राशि से अधिक का बिल थमा दिया। उपभोक्ता ने इस संबंध में विद्युत विभाग के श्री भार्गव को शिकायत कर अपने मीटर संबंधी शिकायत दर्ज कराई और कहा कि यदि मीटर खराब है या गलत रीडिंग दे रहा है तो उसे तुरंत बदला जाए लेकिन आज भी शिकायत दर्ज कराने के बाद कई दिन बीत गए और उपभोक्ता अपनी समस्या से परेशान है। उपभोक्ता को आंकलित खपत का बिल भी थमाया जा रहा है और एवरेज बिल के आधार पर बिल की रसीद थमाई जा रही है जिसमें 5 से 6 हजार रूपये का बिल आ रहा है। इस मामले में विद्युत विभाग को अपनी गलतियां सुधारनी होंगी अन्यथा जनमानस का आक्रोश फूटेगा।

ऐसा ही एक मामला शहर के लुधावली क्षेत्र में रहने वाले सुगर सिंह पुत्र भगवानलाल यादव का प्रकाश में आया है। जहां उक्त उपभोक्ता के 332 रूपये की विद्युत खपत को बढ़ाकर 1100 रूपये का बिल थमा दिया। जिससे उपभोक्ता दुविधा में हैं। वहीं जब वह उक्त बिल के संशोधन के लिए विभाग के अधिकारियों के पास पहुंचा तो उसे फटकार कर भगा दिया। साथ ही बिल जमा न करने पर उसका कनेक्शन विच्छेद करने की बात कही। इससे उक्त उपभोक्ता परेशान है और खपत से अधिक बिल थमाने से नाराज है। यह कोई पहला प्रकरण नहीं। इससे पहले भी अनेकों प्रकरण प्रकाश में आए हैं। जिसमें कहीं आंकलित खपत के बिल थमाए गए हैं तो कहीं रीडिंग बढ़ाकर बिल थमा दिया गया। ऐसी स्थिति में परेशानी उपभोक्ता को ही उठानी पड़ रही है।