रिटायर्ड टीचर भी बन सकते हैं अतिथि शिक्षक

शिवपुरी। रिटायर्ड होने के बाद घर बैठे बुजुर्ग शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। उन्हें अब मन मारकर घर नहीं बैठना पड़ेगा। राज्य शिक्षा केंद्र के नए फरमान के मुताबिक रिटायर हो चुके बुजुर्ग शिक्षक प्रायमरी और मिडिल स्कूलों में बतौर अतिथि शिक्षक की जिम्मेदारी निभा सकेंगे।

रिाज्य शिक्षा केंद्र ने इस फैसले को जारी कर जहां बुजुर्गों के चेहरे पर मुस्कान लाने का प्रयास किया है वहीं शिक्षकों की कमी से जूझ रहे प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में इस आदेश के बाद अनुभवी शिक्षकों की कमी दूर की जा सकेगी। प्रिायमरी में 100 व मिडिल में 150 रुपए़स्किूलों में अनुभवी शिक्षकों की कमी को देखते हुए राज्य शिक्षा केंद्र ने यह निर्णय लिया है। इसके तहत स्कूल स्तर पर शाला प्रबंधन समिति की ओर से शुरू होने वाली शिक्षकों की भर्ती में 70 वर्ष तक के लोग आवेदन कर सकेंगे।

प्रायमरी में पढ़ाने पर उन्हें 100 रुपए और मिडिल स्कूल में पढ़ाने पर 150 रुपए प्रतिदिन की दर पर मानदेय भी दिया जाएगा। आदेश सत्र 2014-15 से लागू़ होगा, शिक्षा सत्र 2014.15 में शिक्षकों की कमी, अनुपस्थित अवकाश के बीच स्कूल में दर्ज बच्चों की पढ़ाई सुचारू कराने के लिए शाला प्रबंध समिति जरुरत के हिसाब से 22 जुलाई तक आवेदन ले सकेगी। इच्छुक लोगों को तय समयावधि में प्रधानाध्यापक के माध्यम से प्रक्रिया को पूरा करने को कहा गया है। यह समिति नियुक्ति के बाद अतिथि शिक्षकों को प्रति उपस्थिति नियुक्ति के हिसाब से उपस्थिति दिन पर मानदेय देगी। इस व्यवस्था के अंतर्गत अतिथि शिक्षक का चयन केवल एक अकादमी सत्र के लिए ही मान्य होगा।

यदि किसी स्कूल में बच्चों की सं या के मान से निर्धारित न्यूनतम मापदण्ड पूरे नहीं है और शिक्षकों की कमी है तो शाला प्रबंधन समिति अतिथि शिक्षकों को नियुक्त कर सकती है। राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देशो को जिला शिक्षा केंद्र ने हर ब्लॉक संकुल पर भेज दिया है ताकि अगले 10 दिनों में 22 जुलाई तक आवेदन प्रक्रिया पूरी की जा सके। जिला शिक्षा केंद्र ने सभी संकुलों को निर्देश जारी कर कहा गया है कि अतिथि शिक्षकों की भर्ती निश्चित समयावधि के भीतर ही हो ताकि बच्चों का कोर्स समय पर पूरा किया जा सके। इस व्यवस्था को एक सत्र के लिए लागू किया गया है।