बजट 2014 : देश की दशा और दिशा बदलेगा ये आम बजट

शिवपुरी। मोदी सरकार में वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा आज संसद में पेश किए गए आम बजट का आमतौर पर स्वागत हुआ। चेंबर ऑफ कॉमर्स तथा भाजपा नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि बजट में वित्तीय अनुशासन की झलक है और इसके प्रावधान देश के भविष्य को सुधारने वाले हैं।
जबकि कांग्रेस नेताओं ने बजट की आलोचना करते हुए वित्तमंत्री अरूण जेटली को सपनों का सौदागर कहा है। शहर के आम लोगों ने बजट पर विभिन्न गणमान्य नागरिकों से प्रतिक्रियाएं ली हैं।

विष्णु अग्रवाल-सचिव चेंबर ऑफ कॉमर्स
अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि मोदी सरकार का पहला आम बजट संतुलित है और इसमें अपेक्षाओं को पूरा करने का ईमानदारी से प्रयास किया गया है। अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कई प्रावधान किए गए हैं। 80 सी में छूट की सीमा बढ़ाकर 1 लाख से डेढ़ लाख की गई है, होमलोन के ब्याज पर भी आयकर की छूट 2 लाख रूपये तक की गई है। युक्तियुक्तकरण करने का वित्तमंत्री ने अच्छा प्रयास किया है। पहले आम बजट में इससे अधिक की अपेक्षा नहीं की जा सकती थी। आयकर छूट की सीमा अवश्य कम बढ़ाई गई है। ढाई लाख के स्थान पर यदि इसे तीन लाख कर दिया जाता तो अधिक ठीक रहता।

हरवीर सिंह रघुवंशी-सांसद प्रतिनिधि
कांग्रेस नेता हरवीर सिंह रघुवंशी ने बजट की आलोचना करते हुए कहा है कि इसमें नया कुछ नहीं है और देश को विकसित करने के लिए वित्तमंत्री ने बजट के प्रावधानों में ईमानदारी से प्रयास नहीं किए। बजट में किसान हितैषी घोषणाओं का अभाव है और इसमें उद्योगपतियों के हितों का ध्यान रखा गया है। बढ़ती महंगाई के दौर में आयकर छूट की सीमा बढ़ाकर कम से कम तीन लाख की जानी चाहिए थी, लेकिन वित्तमंत्री ने मात्र 50 हजार रूपये छूट की सीमा को बढ़ाया है।

हरिओम राठौर- भाजपा नगर महामंत्री
वित्तमंत्री अरूण जेटली ने शानदार और जनहितैषी बजट पेश किया है। बजट में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, क यूटर, मोबाइल फोन, छोटे टीव्ही, खाने-पीने की वस्तुएं सस्ती की गई हैं। जबकि कॉस्मेटिक साधन, कोल्डडिं्रक, त बाकू आदि को महंगा किया गया है जो पूरी तरह से उचित है। आयकर छूट की सीमा ढाई लाख करना एक सराहनीय कदम है और देश में 100 स्मार्ट शहरों को विकसित किया जाना एक अच्छा कदम है।