शिवपुरी। जिले के पिछोर थाना क्षेत्र में 20 वर्ष पुराने शादी संबंधों में खटास तब आने लगी जब पति अपनी पत्नि को छोड़कर गैरों के पास जाने लगा। जब इस संबंध में पत्नि को जानकारी लगी तो उसने यह सारा किस्सा अपने भाई को कह सुनाया, इसके बाद 20 वर्ष पुराने इस रिश्ते में आई खटास के चलते पत्नि ने आत्महत्या कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली लेकिन मृतका के भाई ने इसे आत्महत्या ना मानकर इसके लिए उसके पति व सुसरालियों को जिम्मेदार ठहराकर उन पर हत्या का आरोप लगाया है।
इस मामले में पीडि़त भाई का आरोप है कि पुलिस भी कोई सुनवाई नहीं कर रही अब पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
अपनी व्यथा सुनाते हुए मनीष पुत्र किशोरी लाल शर्मा निवासी सरकार वाले कुंओं के सामने पिछोर ने बताया कि उसकी बहिन रेखा का विवाह पिछोर के ही निवासी अरविन्द उर्फ छोटू पुत्र रामसेवक पुरोहित के साथ वर्ष 1984 में संपन्न हुआ था। जहां विवाह के समय अच्छा खासा दहेज भी दिया लगभग 5 लाख रूपये देने के बाद भी अरविन्द के द्वारा रेखा को ना-नाप्रकार की प्रताडऩाऐं दी गई। इस बीच दोनों से उनकी 9वर्षीय पुत्र रिमझिम भी हुई। ऐसे में कई बार अरविन्द ने कभी घर के लिए तो कभी कार के लिए तो कभी व्यवसाय के लिए रेखा पर अपने घर से 3 से 5 लाख रूपये लाने का दबाब बनाया। लेकिन वह लेकर नहीं आई।
मनीष ने आरोप लगाया कि इस बीच अरविन्द का अन्य बाजारू औरतों से संबंध हो गया और इस बीच 1998 में रेखा भी शिक्षाकर्मी हो गई। बाबजूद इसके अरविन्द अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और बीती 14 मई को जब रेखा की पुत्री रिमझिम का जन्मदिन था तब अरविन्द ने अपनी बाजारू औरतों को निमंत्रण दिया और उन्हें बुलाया भी। इस पर उसे रोका टोका भी लेकिन वह नहीं माना और दूसरा विवाह करने की बात कहने लगा।
मनीष क आरोप है कि अरविन्द का उसका पड़ौसी अंबिका प्रसाद की पुत्री दीपा से अवैध संबंध थे और इस बीच उसने बीते लगभग तीन वर्षों से रेखा से भी संबंध नहीं बनाए। इसकी पुष्टि मनीष की पत्नि व मॉं कर रही है। बीती 25 मई को रेखा ने अपने साथ हो रहे अत्याचार की शिकायत मॉं से की व 26 मई को फोन आया कि रेखा ने आत्महत्या कर ली। ऐसे में रेखा की आत्महत्या की खबर सुनकर सभ परिजन हैरान और हतप्रभ हुए।
मनीष व उसके परिजनों ने इसके लिए अरविन्द व उसके परिजनों पर अपनी पुत्री की हत्या का आरोप लगाया और कहा कि आनन फानन में रेखा का दाह संस्कार किया गया ना ही उसकी सही पीएम हो सका और ना ही अन्य लोगों को सूचनाएं दी गई। इसमें मनीष ने पुलिस पर भी सांठगांठ का आरोप लगाया। मनीष ने अब पुलिस अधीक्षक से इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है जहां उसने अपनी भांजी को गवाह के तौर पर सामने लाकर अरविन्द व रेखा के बीच हुए झगड़े की बात कही और इसी के चलते यह आत्महत्या हुई। इसके लिए अरविन्द व उसका परिवार दोषी है इसलिए उन पर कार्यवाही की जावे।