शिवपुरी। शिवपुरी के विद्युत विभाग की खस्ता हालत और अधिकारियों की मनमानी के कारण बिजली कटौती दिन प्रतिदिन बढ़ती चली जा रही है। वहीं विभाग के आला अधिकारी जनता की समस्या को हल करने की बजाय अपने मोबाइल बंद कर घरों में कैद हो जाते हैं और विभाग द्वारा स्थापित किये गए कंट्रोल रूम पर बैठे कर्मचारी या तो वहां से नदारत रहते हैं या फोन आने पर अनाप-सनाप बातें करते हैं। ऐसी स्थिति में शहर की जनता बिजली कटौती से परेशान हो रही है। जिनकी न तो अधिकारी सुन रहे हैं और न कर्मचारी। वहीं मनमाने बिल आने से लोग त्रस्त हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
यहां उल्लेख करना प्रासांगिक होगा कि बिजली विभाग में मनमानी का आलम पसरा हुआ है और उन्हें जनता की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। यहां तक कि प्रदेश सरकार की उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री व स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया जिलेभर में अघोषित कटौती को लेकर विभाग के अधिकारियों की फटकार भी लगा चुकी हैं, लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। जिन अधिकारियों को न तो शासन का डर है और न ही प्रशासन का। जिस कारण वह मेंटीनेंस के नाम पर घंटों बिजली कटौती करने में लगे हुए हैं और मनमाने बिल विद्युत उपभोक्ताओं के घर पहुंचाकर उनके घाव पर नमक छिड़कने का कार्य कर रहे हैं।
वहीं माधव चौक चाबी घर पर विभाग द्वारा सर्व सुविधायुक्त कंट्रोल रूम स्थापित किया है, लेकिन वहां बिजली समस्या से त्रस्त नागरिक फोन लगाते हैं तो वहां का फोन या तो कोई रिसीव नहीं करता है या उस पर व्यस्त टोन सुनाई देती है। वहीं कोई अगर शिकायत करने पहुंच जाता है तो उसे समय देकर टरका दिया जाता है। ऐसी स्थिति में शहर की जनता अब जाए तो जाए कहां? शहर की सबसे पहली समस्या पेयजल समस्या है, लेकिन विद्युत विभाग की मनमानी के चलते यह समस्या और भी भीषण होती चली जा रही है। जहां बिजली के बिना पानी संभव नहीं है। जिस कारण लोगों को पानी सुलभता से उपलब्ध नहीं हो पा रहा है और शहरवासी हाथों में कट्टियां लेकर दूर-दूर तक भटक रहे हैं।
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