शिवपुरी। म.प्र. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आयुष विभाग के अंतर्गत आने वाले 300 शैया जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय पुरानी शिवपुरी अपनी नई बिल्डिंग में स्थापित किया जा चुका है। महिलाओं के प्रसव कार्य का दबाब जिला चिकित्सालय से कम करने के लिए यहां प्रसव सेवा का कार्य अतिशीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। सारी तैयारियां पूर्ण हो चुकी है स्टाफ को लेकर सारे पत्राचार किए जा चुके है।
जून के अंतिम सप्ताह में चिकित्सक एवं अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति के बाद यहां प्रसव कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य मंत्रालय ने पंचकर्म चिकित्सा के लिए 15 लाख रूपये की मशीनरी आयुर्वेदिक चिकित्सालय को उपलब्ध करा दी है लेकिन उस पंचकर्म चिकित्सा के स्टाफ की कमी से यह मशीनरी पड़ी हुई है।
आयुर्वेदिक चिकित्सालय पुरानी शिवपुरी पिछले कई वर्षों से एक निजी भवन में संचालित था लेकिन अब पुरानी तहसील के स्थान पर बिल्डिंग बनने के साथ ही यहां 300 बिस्तरीय चिकित्सालय को शि ट किया जा चुका है इसके साथ-साथ अब इस चिकित्सालय में प्रसव सेवा का कार्य भी प्रारंभ करने की सरकार की योजना है। इससे पुरानी शिवपुरी के लगभग 20 हजार लोगों को इस प्रसव सेवा का ला ा मिलेगा और जिला चिकित्सालय पर जो दबाब है उसमें कमी आएगी। पंचकर्म चिकित्सा जिसमें पूर्ण कर्म स्नेहन, स्वेदन के अलावा बमन, बिरेचन, सिरोबिरेचन, अस्थापन बस्ती, निरूह बस्ती के माध्यम से असाध्य रोगों को ठीक करने की विधि है।
इन असाध्य रोगों में शुगर, चर्म रोग, हृदयरोग, खांसी, श्वांस और मोटापा जैसी बीमारियों का इलाज पंचकर्म पद्वति से किया जाता है जिसकी सुविधा अब इस चिकित्सालय में प्रारंभ होगी। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी के द्वारा सिविल सर्जन से इस मामले में पत्राचार किया जा चुका है और अतिशीघ्र यहां प्रसव सेवा कार्य भी प्रारंभ होगा। गौरतलब है कि शिवपुरी जिले में 48 डिस्पेंसरियां आयुर्वेदिक विभाग की है जिसमें महज 21 चिकित्सक कार्य करते है। इस कारण इस पद्वति का लाभ जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है। पैरामेडीकल स्टाफ को लेकर यहां नियुक्ति की जाना है और उसकी नियुक्ति के उपरांत भी यह पंचकर्म चिकित्सा यहां पर प्रारंभ हो पाएगी।
बाउण्ड्रीबाल के लिए की है शासन से मांग
आयुर्वेदिक चिकित्सालय के निर्माण के बाद यहां बाउण्ड्रीबाल नहीं है उससे यहां की व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो रही है। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी पी.डी.शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पैरामेडीकल स्टाफ के साथ-साथ यहां बाउण्ड्रीबाल बनाए जाने की मांग भी शासन स्तर से की जा रही है और इसकी स्वीकृति मिलने के बाद अस्पताल परिसर को बाउण्ड्री से घेरा जाएगा।
उन्होंने पंचकर्म चिकित्सा के मामले में भी कहा कि यहां सारी तैयारियां पूर्ण हो चुकी है और पंचकर्म चिकित्सा जो रोगी को आयुर्वेदिक तरीके से रोग मुक्त करती है उससे चालू किया जा रहा है। प्रसव सेवा के बारे में उन्होंने बताया कि प्रसव सेवा का कार्य भी शासन के निर्देशानुसार या अतिशीघ्र चालू होना है। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि शासन स्तर पर सभी तरह के पत्राचार हो चुके है पैरामेडीकल स्टाफ की नियुक्ति चिकित्सकों के अलावा यहां होना शेष रह गई है जैसे ही यह आदेश प्राप्त होंगें, वैस ही पंचकर्म चिकित्सा प्रारंभ कर दी जाएगी। प्रसव सेवा के लिए भी तैयारियां पूरी है और यह सेवा का कार्य पुरानी शिवपुरी वालों के लिए अतिशीघ्र चालू होगा।