शिवपुरी। गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है, लेकिन विद्युत विभाग भीषण गर्मी के बावजूद भी मनमाने ढंग से कटौती करने में मशगूल है। बीती रात्रि आधे शहर में 1 बजे से 3 बजे तक की गई विद्युत कटौती से लोग हलाकान हो उठे हैं। वहीं आधे शहर में रात्रि 8:30 बजे से 10 बजे तक लाइट गायब रही। आज सुबह से ही बिजली गायब है और 3 घंटे गुजरने के बाद भी लाइट का कोई अता-पता नहीं है। बिजली कटौती से नागरिकों की परेशानियां बढ़ गई हैं वहीं उनमें आक्रोश भी गहराने लगा है।
आज सुबह 8 बजे से बिजली गुल होने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यह स्थिति आज से ही नहीं पिछले काफी समय से निरतंर चल रही है। दिन-दिनभर 8-8 घंटे तक बिजली गुल होने का सिलसिला शुरू हो गया है जबकि अटल ज्योति अभियान के तहत 24 घंटे बिजली देने का वायदा प्रदेश सरकार कर चुकी है, लेकिन विभाग की मनमनी के चलते यह योजना ठप हो गई है।
यहां उल्लेख करना प्रासंगिक होगा कि पिछले कई वर्षों से शिवपुरी जिला विद्युत समस्या से जूझ रहा है और बिजली समस्या के कारण पानी की भी किल्लत शिवपुरी शहर में बनी हुई है और बिजली की समस्या को मुद्दा बनाकर कांग्रेस की सरकार को मप्र से हटाकर भारतीय जनता पार्टी वर्ष 2003 में उमा भारती के नेतृत्व में सरकार बनायी, लेकिन 11 वर्ष बीतने के बाद भी भाजपा सरकार बिजली समस्या को हल नहीं कर पाई है। पिछले कुछ समय से दोपहर के साथ-साथ रात्रि में भी विद्युत विभाग द्वारा कटौती की जा रही है। बीती रात्रि 12 बजे के बाद बिजली न होने के कारण शहरवासी गर्मी से त्राहि-त्राहि कर उठे। वहीं जब गर्मी से बचने के लिए लोग छतों पर पहुंचे तो वहां मच्छरों ने लोगों को परेशान कर दिया। जिससे लोगों की विभाग की मनमानी के चलते सोना भी दूभर हो गया है।
यहां उल्लेख करना प्रासंगिक होगा कि पिछले कई वर्षों से शिवपुरी जिला विद्युत समस्या से जूझ रहा है और बिजली समस्या के कारण पानी की भी किल्लत शिवपुरी शहर में बनी हुई है और बिजली की समस्या को मुद्दा बनाकर कांग्रेस की सरकार को मप्र से हटाकर भारतीय जनता पार्टी वर्ष 2003 में उमा भारती के नेतृत्व में सरकार बनायी, लेकिन 11 वर्ष बीतने के बाद भी भाजपा सरकार बिजली समस्या को हल नहीं कर पाई है। पिछले कुछ समय से दोपहर के साथ-साथ रात्रि में भी विद्युत विभाग द्वारा कटौती की जा रही है। बीती रात्रि 12 बजे के बाद बिजली न होने के कारण शहरवासी गर्मी से त्राहि-त्राहि कर उठे। वहीं जब गर्मी से बचने के लिए लोग छतों पर पहुंचे तो वहां मच्छरों ने लोगों को परेशान कर दिया। जिससे लोगों की विभाग की मनमानी के चलते सोना भी दूभर हो गया है।
बिजलीघर पर नहीं रिसीव किया फोन
रात्रि में जब बिजली गुल हो गई और दो घंटे तक लोग गर्मी से जूझते रहे। जिसकी शिकायत करने के लिए विभाग द्वारा माधव चौक पर स्थापित किए गए कंट्रोल रूम में लोगों ने फोन लगाए तो वहां किसी ने भी फोन रिसीव नहीं किया। वहीं विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को फोन लगाए गए उनके मोबाइल भी बंद थे। अघोषित विद्युत कटौती अब लोगों को परेशानी का सबब बनने लगी है।
बिजली के कारण पेयजल संकट भी बढ़ा
प्रतिदिन हो रही घंटों बिजली कटौती का असर पेयजल पर पढऩा शुरू हो गया है। प्रतिदिन 8-8 घंटे बिजली कटौती के कारण पेयजल सप्लाई भी प्रभावित हो रही है। अब शहरवासी बिजली के साथ-साथ पेयजल संकट से भी जूझ रहे हैं। स्थिति यह है कि बिजली न होने से नल भी नहीं आ रहे हैं जिस कारण बड़ी दूर-दूर से पानी की व्यवस्था करने में जुटे हुए हैं। लोग रात-रातभर साईकिलों और ठेलों पर कट्टिया रखकर पानी के लिए जगराता करते हुए देखे जा रहे हैं।