नोटिस थमाने के बाद भी नहीं रूका अवैध तलघरों का निर्माण, कार्यवाही की दरकार

शिवपुरी। आखिरकार नजरों के सामने हो रहे अवैध तलघर निर्माताओं के हौंसले इतने बुलंद है कि वह नोटिस को भी नजरअंदाज कर देते है इसके बाबजूद भी जब रात के अंधेरे में जेसीबी से हो रही खुदाई में जेसीबी को जब्त किया जाए तब भी इस तरह की कार्यवाही का असर अवैध तलघर निर्माताओं पर पड़ता नजर नहीं आ रहा।

यही कारण है कि आज भी नगर में अनेकों स्थानों पर तलघरों का निर्माण बदस्तूर जारी है प्रशासन के मौन रवैये और इन निर्माताओं के खिलाफ कोई स त कार्यवाही ना होने से इनके निर्माण कार्य जारी है। इस मामले में शीघ्र कार्यवाही की दरकार है।

बिना अनुमति के हो रही तलघर खुदाई

नगरपालिका सीएमओ द्वारा दो तलघर निर्माणकर्ताओं पर एफाआईआर के लिए पुलिस को लिखे गए अनुशंसा पत्र के बाद भी तलघर निर्माणकर्ताओं के हौंसले इतने बुलंद हैं कि वे बेखौफ होकर रात्रि में अवैध तलघर के लिए खुदाई जेसीबी की सहायता से करवा रहे हैं। जबकि उनके पास तलघर निर्माण हेतु खुदाई की अनुमति नहीं है। कल रात स्थानीय लोगों की शिकायत पर रात्रि में सीएमओ और टीआई की मौजूदगी में वीर सावरकर पार्क के सामने जब तलघर निर्माण हेतु खुदाई चल रही थी तो टीआई और मु य नगरपालिका अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी को जप्त कर काम रूकवा दिया, लेकिन इसके बावजूद भी इन अवैध तलघर निर्माणकर्ता  के हौंसले पस्त नहीं हुए और रातोंरात खुदाई पूर्ण कराकर आरसीसी की छत डाल दी और आज सुबह भी इनके द्वारा कार्य जोरों पर चल रहा है। लेकिन  शिवपुरी का जिला प्रशासन और नगरपालिका प्रशासन इतना लचर है कि जेसीबी जप्त करने और मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य देखने के बावजूद भी कार्रवाई करने से परहेज कर रहा है। कल ही  नगरपालिका सीएमओ अशोक रावत ने प्रिया अरोरा और आनंद जैन के खिलाफ अवैध तलघर निर्माण करवाने पर एफआईआर करने के  लिए अनुशंसा की है।

शिकायतें होने के बाद भी नहीं की जा रही कार्यवाही

विदित हो कि शिवपुरी शहर में अनेक स्थानों पर तलघर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। जिसकी शिकायतें स्थानीय लोगों द्वारा आए दिन की जा रही हैं। लेकिन इन शिकायतों पर नगरपालिका के कुछ अधिकारी नोटिस जारी कर बसूली का अवैध धंधा करने में लगे हुए हैं। जिससे इन तलघर निर्माणकर्ताओं के हौंसले बुलंद हैं। हाल ही में नगरपालिका के सीएमओ अशोक रावत द्वारा दो तलघर निर्माणकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए पत्र लिखकर अनुश्ंासा की।

अवैध तलघर निर्माताओं की जेसीबी की जब्त

बीती रात्रि लगभग 12 से 1 बजे के बीच वीर सावरकर पार्क के सामने अवैध तलघर निर्माणकर्ताओं ने जेसीबी से रातोंरात खुदाई करानी शुरू कर दी। जिसकी सूचना रात्रि के समय सीएमओ अशोक रावत को मिली तो उन्होंने नगरपालिका के अन्य अधिकारियों को फोन लगाने शुरू किए, लेकिन किसी ने भी उनके फोन रिसीव नहीं किए तब श्री रावत ने नगरपालिका में पदस्थ एकाउण्टेंट श्री कुर्रेशी को फोन लगाया और उनकी मोटरसाइकिल पर बैठकर वह स्वास्थ्य अधिकारी अशोक शर्मा के घर पहुंचे। जहां से एई पीएस कुशवाह के घर पहुंचकर उन्हें जगाया। इसके बाद टीआई कोतवाली आरकेएस राठौर को पुलिस बल के साथ मौके पर बुलाकर जेसीबी से चल रहे काम को रूकवाया और जेसीबी को कोतवाली भिजवा दिया। काम बंद कराने के बाद जैसे ही नगरपालिका के अधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने पीठ फेरी वैसे ही तलघर निर्माणकर्ता ने रात में ही निर्माण कार्य शुरू कराया और आज सुबह तक बेरोकटोक वहां काम शुरू था इससे यह सिद्ध होता है कि कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की शह पर इन अवैध निर्माणकर्ताओं के हौंसले कितने बुलंद हैं।

झल्लाए तहसीलदार ने कार्यवाही से खड़े किए हाथ

बीती रात्रि वीर सावरकर पार्क के सामने नोटिस जारी होने के बावजूद भी खुदाई का कार्य जेसीबी की सहायता से किया जा रहा था और इसकी शिकायतें रात्रि के समय  वहां मौजूद लोगों ने जिला प्रशासन के नुमांइदों से करनी चाही तो सबसे पहले नायब तहसीलदार मनीष जैन को लोगों ने इसलिए फोन लगाया,क्योंकि वह कार्रवाई से कोई समझौता नहीं करते, लेकिन श्री जैन शिवपुरी में उपस्थित नहीं थे। बाद में एसडीएम डीके जैन को फोन लगाया तो वह भी शिवपुरी से बाहर थे। इसके बाद तहसीलदार श्री पाण्डे को फोन लगाया तो झुलसाते हुए बोले कि यह काम मेरा नहीं है और यह कार्रवाई का समय नहीं है। आप मुझे फोन न लगाएं।

बड़ा सवाल क्या निर्माणाधीन तलघरों पर होगी कार्यवाही!

पिछले कई वर्षों से शहर में अवैध तलघरों का निर्माण धड्ल्ले से चल रहा है और कई जगहों पर बिना अनुमति के  बड़े-बड़े शॉपिंग कॉ पलेक्स तान दिए गए हैं और उन्हें भाड़े पर भी उठा दिया है। जिससे अन्य अवैध तलघर निर्माणकताओं के हौंसले भी बढ़ गए हैं और इन दिनों दर्जनों स्थानों पर अवैध तलघर बिना अनुमति के खोदे जा रहे हैं। जिसकी शिकायतें होने के बाद भी दो तलघर निर्माणकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई कीजा रही है। लेकिन सवाल यह है कि पूर्व में जो अवैध तलघर, शॉपिंग का पलेक्स और मॉल में तब्दील हो गए हैं। क्या नगरपालिका प्रशासन और जिला प्रशासन मिलकर इन अवैध रूप से बन तलघरों पर कार्रवाई करेगा? यह भी एक प्रश्र बना हुआ है।

सीएमओ को नहीं मिल रहा नपा अमले का सहयोग

नगरपालिका के कुछ अधिकारी अवैध तलघर निर्माणकताओं से सांठगांठ होने के कारण कार्रवाई में सीएमओ का साथ नहीं दे रहे हैं जिससे सीएमओ अलग-थलग नजर आ रहे हैं। इस बात की स्वीकरोक्ति सीएमओ रावत ने भी की। उन्होंने बताया कि रात में जब उन्हें अवैध तलघर निर्माण की जानकारी मिली तो उन्होंने नपा के अधिकारियों और कर्मचारियों को फोन लगाया, लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। बाद में सीएमओ रात में खुद अधिकारियों के घर गए और उन्हें साथ लेकर आए।