शिवपुरी। समय के साथ पत्रकारिता के क्षेत्र में काफी बदलाव आया है यहां पत्रकारों को जिम्मेदारियों के साथ-साथ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है। पत्रकारों को हर संभव सहायता व उनके द्वारा प्रकाशित खबरों को गंभीरता से लेकर कार्यवाही की जाएगी।
इसके लिए पत्रकारों का समय-समय पर ग्रामीण क्षेत्रों में दौरे भी कराए जाऐंगें ताकि वह स्वयं वस्तुस्थिति से अवगत होकर सच्चाई को सामने लाऐं और ऐसे में दोषियों के खिलाफ जब कार्यवाही होगी तो संभव है कि शासकीय अधिकारी-कर्मचारी निर्भीकता से अपने कर्तव्य का पालन करेंगें, वर्तमान परिवेश में मीडिया की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता जो समाज को सच्चाई के आईने का सामना कराते है उक्त बात कही जिला कलेक्टर आर के जैन ने जो स्थानीय जनसंपर्क कार्यालय पर जनसंपर्क दिवस पर आयोजित वर्तमान परिवेश में मीडिया की भूमिका कार्यशाला को मु य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ.महेन्द्र सिंह सिकरवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आलोक सिंह सहित कार्यक्रम के मु य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार देवश्रीमाली, प्रमोद भार्गव, संजय बेचैन, वीरेन्द्र वशिष्ठ, अशोक कोचेटा व कार्यशाला की अध्यक्षता जनसंपर्क विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. एच.एल.चौधरी ने की। इस अवसर पर जनसंपर्क कार्यालय में मध्यप्रदेश शासन की विभिन्न योजनाओं तथा शिवपुरी जिले की विकास कार्यों की छायाचित्र प्रदर्शनी भी लगाई गई। साथ ही पत्रकारों ने अपनी समस्याओं को खुलकर वरिष्ठ पत्रकारों और अतिथियों के सामने रखा।
मुख्य वक्ता श्रीमाली ने कठिनाईयों और चुनौतियों पर डाला प्रकाश
कार्यशाला में मौजूद मु य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार देवश्रीमाली ने बदलते परिवेश में पत्रकारों के सामने आने वाली कठिनाईयों और चुनौतियों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि सबसे बड़ी चुनौति वह है कि आज के दौर में पत्रकारों को वह स्थान नहीं मिल रहा है जिसका वह हकदार है। उन्होनें कहा कि हम अपने आप में परिस्थितियों के अनुसार बदलाव लायें तो बड़ी से बड़ी चुनौति का भी आसानी से सामना कर सकते है। पत्रकारिता की रक्षा के लिए हमें बीच का रास्ता निकालना होगा। श्री माली ने शिवपुरी जिले की पत्रकारिता और पत्रकारों की सराहना करते हुए कहा कि यह ग्वालियर-चंबल संभाग की पत्रकारिता का तीर्थ क्षेत्र है। इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जनसंपर्क विभाग के संयुक्त संचालक डॉ. चौधरी ने कहा कि पत्रकारिता दुनिया का सबसे पवित्र पेशा है। इसलिए पत्रकार लोक हित में काम करें। पत्रकारों के सामने कई बड़ी चुनौतियों के साथ बहुत सारे जोखिम भी है, इसलिए पत्रकारों को बड़ी सावधानी से काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों का भविष्य और दिनचर्या दोनों ही अनिििश्चत है क्योकि पत्रकारों के काम को देखा नहीं जा सकता, सिर्फ महसूस किया जा सकता है। यही कारण है कि पत्रकारों को उनके काम के कारण जनता ने चौथे स्तंभ की मान्यता दी है।
पत्रकारों ने उठाई विभिन्न समस्याऐं
कार्यशाला में वरिष्ठ पत्रकार संजय बैचेन, सत्यम पाठक, वृजेश तोमर और अशोक अग्रवाल पत्रकारों से जुड़ी समस्याओं को बिन्दुवार रखते हुए उनकी निदान के उपाय भी सुझायें। कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती की पूजन से हुई। अतिथियों का स्वागत जिला जनसंपर्क अधिकारी ए.के.वरिष्ठ द्वारा किया गया जबकि कार्यक्रम के सफल संचालन की कमान अरूण अपेक्षित ने संभाली। इस अवसर पर अनुपम शुक्ला, बृजेश सिंह तोमर,धर्मेन्द्र त्रिवेदी, विपिन शुक्ला, उमेश भारद्धाज, परवेज खांन, मनोज भार्गव, रंजीत गुप्ता, वीरेन्द्र शर्मा, विनय राहुरिकर, चंद्रपाल सिंह सिकरवार, साहिल खांन, फरमान अली, सुनील ब्यास, विजय चौकसे, ज्ञानचन्द्र जैन,मेहताव सिंह तोमर, के.बी.शर्मा लालू, राजेन्द्र जैन रिंकू, रोहित मिश्रा, लोकेन्द्र सेंगर, मुकेश जैन, विक्रम सिंह रावत, संतोष शर्मा, राजू ग्वाल, मणिकांत शर्मा सहित बड़ी सं या में प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के पत्रकारगण उपस्थित थे।