इनामी डकैत पुलिस के हत्थे चढ़ा, तेंदुआ थाना प्रभारी पर चलाई गोली

शिवपुरी। पुलिस पर ही जानलेवा हमला करने वाले एक ईनामी डकैत को पुलिस ने मुठभेड़ के चलते धर दबोचा। यह डकैत क्षेत्र में आए दिन अपनी वारदातों से लोगों को परेशान किए हुए था जिससे आमजन भी काफी सहमे हुए थे।
ऐसे में पुलिस ने रणनीति बनाकर मुखबिर की सूचना पर कार्यवाही करते हुए इस डकैत को घेरने की योजना बनाई। जब मुठभेड़ हुई तो डकैत ने पुलिस थाना तेंदुआ प्रभारी पर भी गोली चलाने में परहेज नहीं किया जिससे थाना प्रभारी बाल-बाल बच गए और आखिरकार यह डकैत पकड़ा गया।

तेंदुआ थाना पुलिस ने कल डकैती और हत्या सहित अन्य मामलों में फरार चल रहे शातिर बदमाश विनोद पुत्र रमेश रावत उम्र 30 वर्ष निवासी रौंदा थाना तेंदुआ को पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिर तार कर लिया गया। कल हुए शॉर्ट एनकांटर में गोलबारी के बीच तेंदुआ थाना प्रभारी हरवीर सिंह रघुवंशी आरोपी की गोली से बाल-बाल बच गए। उक्त आरोपी पर थाना सिरसौद में लूट का मामला दर्ज है और वह इस मामले में फरार चल रहा है। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने तीन हजार रूपये का ईनाम भी घोषित किया था। साथ ही उक्त ईनामी आरोपी को राजस्थान पुलिस भी तलाश कर रही है। जिस पर कुल 12 अपराध दर्ज हैं।

पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह सिकरवार ने जानकारी देते हुए बताया कि कल शाम ग्राम पनिहारी के जंगल में आरोपी विनोद के होने की सूचना प्राप्त हुई। जिस पर उनके द्वारा कोलारस एसडीओपी बीके छारी और तेंदुआ थाना प्रभारी हरवीर सिंह रघुवंशी को आरोपी को पकडऩे के लिए निर्देशित किया गया। इसके बाद एसडीओपी बीके छारी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित कर बदमाश की घेराबंदी की गई तो आरोपी विनोदी ने पुलिस टीम पर 315 बोर के कट्टे से फायर करना शुरू कर दिए। जिसमें से एक गोली थाना प्रभारी हरवीर सिंह रघुवंशी के कान के पास से निकल गई और वह बाल-बाल बच गया। बाद में पुलिस ने हवाई फायर किया। तभी दूसरी पुलिस पार्टी की ओर से आरक्षक निरंजन द्वारा एक हवाई फायर भी किया गया, लेकिन आरोपी विनोद भी लगातार फायर करता रहा। बमुश्किल पुलिस ने विनोद को काबू में कर उसके पास से 315 बोर का एक कट्टा, एक जिंदा राउण्ड और खाली खोखे भी बरामद किए। आरोपी विनोद पर तेंदुआ पुलिस ने धारा 307 सहित 25, 27 आ र्स एक्ट का मामला पंजीबद्ध किया है।

आरोपी पर दर्ज है अनेक गंभीर मामले

पकड़े गए आरोपी पर सिरसौद थाने में भी धारा 392 सहित 11/13 एमपीडीके एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध है और तब से ही वह फरार चल रहा था। जिस पर तीन हजार रूपये का ईनाम भी घोषित था। आरोपी विनोद ने शिवपुरी जिला सहित राजस्थान के अन्य शहरों में भी अपनी दहशत फैला रखी है। जिस पर अपहरण, चोरी, लूट, मारपीट, हत्या का प्रयास सहित बलवा जैसे संगीन अपराध पंजीबद्ध हैं। आरोपी को पकडऩे में थाना प्रभारी हरवीर सिंह रघुवंशी सहित सहायक उपनिरीक्षक रामनिवास शर्मा, प्रधान आरक्षक रामगोपाल, आरक्षक राजेन्द्र यादव, ओमप्रकाश, निरंजन, बेताल, राजीव, धर्मेन्द्र, राजेश और जगदीश भिलाला की महत्वपूर्ण भूमिका रही।