नगरपालिका में नियमों का गैंगरेप, फर्जी नौकरी कांड उजागर

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शिवपुरी। नगरपालिका में एक बार फिर नियमों का गैेंगरेप कर फर्जी नौकरी कांड उजागर हुआ है। इस मामले का खुलासा किया है हिन्दी अखबार पत्रिका ने। अखबार का दावा है कि इस कांड में सीएमओ के साथ नगरपालिका अध्यक्ष और पूरी पीआईसी शामिल है। लाभार्थी वही है जो व्यापमं घोटाले में हैं, अफसरों और नेताओं के संबंधी।

नगर पालिका सीएमओ का कहना है ये नियुक्ति पीआईसी के अनुमोदन उपरांत ही प्रदान की गई है इसलिए ये कहना गलत है कि ये नियुक्ति गुप चुप तरीके से नियमों को ताक पर रखकर कर दी गई है अर्थात नगर पालिका अध्यक्ष की पीआईसी ने जो भी किया है हमने तो उस पर ईमानदारी से साईन ठोके है। नियम क्या हैं, इससे सीएमओ ने कोई सरोकार नहीं रखा।

ये कहते हैं नियम
यदि नियमों की बात करे तो किसी भी विभाग द्वारा जब पदो की पूर्ति की जाती है तो सबसे पहले स्वीकृत पदों के मान के अनुसार 100 बिन्दु का रोस्टर संधारित किया जाता है एंव भरे पद कम करने के पश्चात आरक्षण रोस्टर के मुताबिक अजा, अजजा व पिछड़ा  वर्ग की रिक्तियां छांटी जाती है। इसके बाद आयु व योग्यता भर्ती नियमों के मुताबिक निर्धारित कर रोजगार कार्यालय के माध्यम से सीधी भर्ती प्रक्रिया के तहत विज्ञापन जारी कर चयन समिति के जरिए मैरिट आधार पर नियुक्तियां दी जानी चाहिए। लेकिन सूत्र बताते है कि नपा मे इन नियमों का अपहरण कर सीधे पीआईसी अर्थात नपा अध्यक्ष की किचिन कैबीनेट के जरिए ये अवैध नियुक्ति कर दी है। और इन नियुक्तियो पर भ्रष्टाचार के आरोप मेें जमानत पर चल रहै सीएमओ ने भी ईमानदारी से साईन कर दिये है।

ये हैं वो लाभार्थी जिनके लिए नपा ने नियमों को नहीं नापा

  1. स्वास्थय निरिक्षक व नपा के अधीन आने वाले बगीचों के प्रभारी सुखदेव शर्मा के पुत्र मनीष शर्मा को सावरकर उद्यान में माली के पद पर रखा गया है।
  2. पूर्व सीएमओ अदभुत बाबा के नाम से कुख्यात रामनिवास शर्मा के भतीजे राजेश शर्मा की क्लर्क के पद पर नियुक्ति है।
  3. कार्यालय अधीक्षक चन्द्रशेखर गौतम के साले कुलदीप शर्मा लिपिक के पद पर नियुक्ति है।
  4. स्थानीय विधायक एंव मंत्री यशोधरा राजे के निज सहायक राजेन्द्र शिवहरे के भाई की लिपिक के पद पर नियुक्ति की गई है।
  5. लेखापाल राघवेन्द्र श्रीवास्तव के रिश्तेदार मनीष श्रीवास्तव की लेखा शाखा में नियुक्ति की गई है।
  6. आरएसआई अशोक चौबे के पुत्र की मानस भवन पर नियुक्ति की गई है।
  7. लेखापाल के भतीजे की जेसीबी ड्रायवर के पद पर नियुक्ति की गई है।
  8. नपा सीएमओ के लिए अनुबंधित प्राईवेट कार जायलो के ड्रायवर को अब नपा में ड्रायवर बना दिया गया है क्योंकि इस गाडी के मालिक नपा अध्यक्ष पति के खासमखास मित्र है।


सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार ये सभी अवैध नियुक्ति सोचे समझे षडयंत्र के तहत की गई है। इन अवैध नियुक्तियों को नपा अध्यक्ष रिशिका अष्ठाना एवं उनकी पीआईसी में मंजूरी दी गई है फिर इन्हें सीएमओ ने अमली जामा पहनाया है।

इन नियुक्तियो में कुछ नपा अध्यक्ष के खास है। और कुछ नियुक्तिया में भ्रष्टाचार के आरोप मेें जमानत पर चल रहै सीएमओ पी के द्विवेदी के खास है। ये अवैध नियुक्तिधारी व्यक्ति नपा में काम भी नही करते घर बैठे ही इनकी सैलरी मिल रही है।

और ये रही वो खबर जो पत्रिका ने प्रकाशित की है
पत्रिका के ब्यूरो विपिन शुक्ला ने किया खुलासा

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