इधर प्रशासन ने अतिक्रमण तोड़ा, उधर माफिया ने फिर कब्जा कर लिया

शिवपुरी। अभी दो दिन पूर्व ही जब तहसीलदार आर के पाण्डे, नायब तहसीलदार मनीष जैन व राजस्व अमले के साथ स्थानीय गुना वायपास रोड़ पर श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए रास्ते पर प्रशासनिक टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए पूरे रास्ते को जेसीबी से उखाड़ दिया गया था, लेकिन वहीं दूसरी ओर इस कार्यवाही के चंदे घंटे ही नहीं बीते कि अतिक्रामकों ने बुलंद हौंसले के चलते प्रशासन को चुनौती देकर अपने उसी रास्ते को पुन: दुरूस्त कर रास्ता बना लिया।

अब तो अतिक्रामकों ने अपने प्लॉटों को बेचे जाने के लिए इस मार्ग में बहने वाले पानी की निकासी के लिए भी पाईप डाल दिया है। ऐसे में प्रशासनिक कार्यवाही को इन अतिक्रामकों ने खुली चुनौती देकर इस कार्यवाही पर प्रश्रचिह्न लगाया है। बताया गया है कि रात के अंधेरे में इस उखड़े पड़े मार्ग को पुन: दुरूस्त किया गया है जबकि प्रशासन ने अपने नक्शे और की गई शिकायतों को आधार बनाकर यह अतिक्रमण ढहाया था। चूंकि यहां से निकलकर जाने वाले मार्ग पर अतिक्रामकों की भूमि स्थित है और निकलने के लिए अन्य कोई दूसरा मार्ग नहीं है इसलिए प्रशासन की टीम का मुंह फेरते ही यहां अतिक्रामकों ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए। बताया गया है कि इसमें शहर के कई प्रतिष्ठित लोग भागीदार है जिसके चलते संभव है कि किसी भागीदार ने मिलकर यहां मार्ग बनाकर पुन: मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण किया हो।

दो दिन पहले ही हुई थी कार्यवाही

बीते लंबे समय से श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर के महंत लक्ष्मणदास जी महाराज द्वारा लिखित व मौखिक रूप से जिला प्रशासन सहित प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत कर मंदिर की भूमि पर होने वाले अतिक्रमण के विरूद्ध शिकायत की गई थी। जिस पर मामले को गंभीरता से लेकर गत दो दिन पूर्व तहसीलदार, नायब तहसीलदार व राजस्व विभाग का अमला पुलिस सुरक्षा के बीच इस अतिक्रमण स्थल पर पहुंचे और जेसीबी से मंदिर भूमि पर बने मार्ग को तहस नहस कर दिया।