मोबाईल मॉनिटरिंग में खुल रही है आधिकारियों और शिक्षकों की पोल

शिवपुरी। जिले में शिक्षा विभाग ने शिक्षको की कार्यप्रणाली सुधारने के लिए मोबाईल मॉनिटरिंग शुरू की है। इस मोबाईल मॉनिटरिंग के कारण रोज कामचोर शिक्षक ट्रेस हो रहे है ओर उन पर कार्यवाही भी हो रही है। कामचोर शिक्षको के अलावा अधिकारियो की लापरवाही भी इस मॉनिटरिंग में उजागर हो रहे है।

अभी कुछ रोज पूर्व सिंकदपुरा स्कूल में पदस्थ शिक्षिका नीरजा शर्मा के एक साल से अटैचमैंट की आड़ में स्कूल से अपने मूल काम से कामचोरी का मामला सामने अभी सामाचार पत्रो में सुर्खियो मेें ही था कि शनिवार को कंट्रोल रूम के प्रभारी संदीप अष्ठाना ने जब बदरवास के प्रावि पीरोठ में फोन लगाया तो यहा पदस्थ राखी भार्गव के दो अगस्त 2013 से निर्वाचन कार्य में बदरबास तहसील में अटैच होने का मामला सामने आया है।

अधिकारियो ने जब बदरबास तहसीलदार से इस संबध में पूछा तो तहसीलदार का कहना है था कि उक्त शिक्षिका को शुक्रवार को ही कार्यमुक्त कर दिया है। अब बताईये कि शुक्रवार को  साहब के कलैंडर में संत रविदास जंयती का अवकाश नही था। जब कलमवीरो ने बदरवास तहसीलदार से निर्वाचन कार्य के नाम पर इतने समय तक शिक्षिका को अटैच करने का प्रश्र किया तो निरूतर हो गये, और सिर्फ उनके श्री मुख से इतने बोल वचन निकले कि अब तो कार्यमुक्त कर दिया गया है।

यहां बताना होगा कि विधानसभा निर्वाचन कार्य दिसंबर के पहले सप्ताह में ही पुर्ण हो गया था। पता नही साहब ने समीपस्थ स्कूलो के शिक्षको को अटैच करने की वजाए बदरबास से 50 किलोमीटर दूर के स्कूल में पदस्थ शिक्षिका को किस गणित से आखिर क्यो अटैच किया