यशोधरा के विरोध में बंटे पर्चे, यशोधरा भगाओ, शिवपुरी बचाओ

शिवपुरी। एक ओर तो यशोधरा राजे सिंधिया ने शिवपुरी से भाजपा प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरा तो वहीं दूसरी ओर अंजान तरीके से कुछ अफवाह भरे पर्चे यशोधरा के विरोध में भी बंटते नजर आए।

यहां इस पर्चे में यशोधरा के विपरीत बातें प्रकाशित की गई है जिसमें कई सवाल है पर्चे के अनुसार यशोधरा राजे वोट मांगने के पहले जबाब दो में सवालिया लहजे में कहा गया है कि

  1.     चुनाव जीतने के बाद आपका निवास कहां होगा? अमेरिका/दिल्ली/ग्वालियर/शिवपुरी,
  2.      पहले नौ साल के अपने विधायक काल में आपकी कोई बड़ी उपलब्धि नहीं ऐसा क्यों?
  3.     यहां की जनता का मुख्य व्यवसाय खदानें थी उन्हें आपने बंद करवाकर जनता की रोजी-रोटी क्यों छीन ली?
  4.     2003 में आपको जनता ने पांच साल के लिये चुना था फिर अचानक आपका शिवपुरी की जनता से मोह भंग क्यों हो गया?
  5.     शिवपुरी की जनप्रतिनिधि होने के बाबजूद आपका सम्पर्क केवल शहर के चुनिंदा पूंजीपतियों से ही रहा क्यों?
  6.     मासूम उत्सव गोयल की निर्मम हत्या करने वालों की अप्रत्यक्ष रूप से मदद की क्यों?
  7.     मासूम उत्सव गोयल की जान की तुलना में आपने अपने पूर्वजों की मूर्ति को अधिक महत्व दिया क्यों?
  8.     मासूम पर आपने मुकदमे के बाद आक्रोशित भीड़ पर मुकदमे दर्ज करवाये क्यों?
  9.     आपने हत्यारों को बचाने के लिए समूचे अग्रवाल समाज के सामने मासूम उत्सव के पिता पर हाथ रखकर झूठी कसम खाई क्यों?
  10.     आप अपने बेटे को लेकर यहां संभावनाऐं तलाश रहीं है जबकि आपका बेटा 365 दिन में से 3 दिन भी यहां नहीं रहता, फिर ये महत्वाकांक्षी क्यों?
  11.     शिवपुरी में रहने वाले लोगों(बुजुर्ग भी) के साथ मुलाजिमों जैसा व्यवहार करती हो क्यों?
  12.     उपरोक्त प्रश्नों का समाधान करने के उपरान्त हमसे वोट मांगे अन्यथा...

...यशोधरा भगाओ, शिवपुरी बचाओ...

इस पर्चे में कहीं से कहीं तक कोई नाम या किसी प्रिंटिंग प्रेस का नाम-पता नहीं छपा जिससे यह कह पाना मुश्किल है कि आखिरकार यशोधरा के विरोध में यह पर्चें क्यों बांटे गए।

कहीं उपचुनाव की तैयारी तो नहीं...!

बताया गया है कि शिवपुरी से भाजपा प्रत्याशी यशोधरा राजे सिंधिया ने इस बार शिवपुरी से चुनाव लड़ रही है और संभावना है कि यदि वह इस सीट को निकाल लेती है तो आगामी समय में लोकसभा चुनाव भी होना है। ऐसे में चर्चा है कि कहीं इस बार यह चुनाव शिवपुरी में उपचुनाव तो नहीं, क्योंकि इस तरह के कयास अब लोगों के जेहन में उठने लगे है। भाजपा के पीएम इन वेटिंग में नरेन्द्र मोदी के सामने आने के बाद इस बार देश में भी भाजपा सरकार बनें इसके लिए भाजपा भी कोर कोसर नहीं छोडऩा चाहती। ऐसे में अब चर्चा है कि शिवपुरी की सीट मिलने के बाद इसे खाली कर उप चुनाव के लिए छोड़ दी जाए। हालांकि आगे क्या होना है यह तो भविष्य के गर्त में है लेकिन संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता।


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