सभी सीटों पर घमासान होना तय, नामांकन के बाद चुनाव-प्रचार शुरू

शिवपुरी। शिवपुरी जिले की पांच में से चार विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों की दृष्टि से राजनैतिक परिदृश्य स्पष्ट हो गया है। शिवपुरी, कोलारस, पोहरी और करैरा में कांग्रेस तथा भाजपा ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है।
शिवपुरी में भाजपा प्रत्याशी यशोधरा राजे सिंधिया और कांग्रेस प्रत्याशी वीरेन्द्र रघुवंशी के बीच संघर्ष होगा।  सिर्फ पिछोर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह का किस भाजपा प्रत्याशी से मुकाबला होगा यह तय होना शेष है। उम्मीद है कि भाजपा पिछोर से आज अपने उम्मीदवार का ऐलान कर देगी। 

    शिवपुरी सीट पर भाजपा ने यशोधरा राजे सिंधिया की उम्मीदवारी पूर्व में ही घोषित कर दी थी। इस कारण कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार की घोषणा में काफी समय लगाया और तमाम तरह के फीड बैक और सर्वे के बाद वीरेन्द्र रघुवंशी के नाम की कल घोषणा की गई। श्री रघुवंशी का नाम कांग्रेस द्वारा घोषित 82 उम्मीदवारों की सूची में शामिल है।  भाजपा प्रत्याशी यशोधरा राजे सिंधिया शिवपुरी से दो बार विधायक और ग्वालियर संसदीय क्षेत्र से दो बार सांसद रह चुकी हैं। शिवपुरी उनकी राजनैतिक कर्मभूमि है। जबकि पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी 6 वर्ष पूर्व हुए शिवपुरी विधानसभा उपचुनाव में विजयी रहे थे। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी गणेश गौतम को पराजित किया था, लेकिन पिछले चुनाव में श्री रघुवंशी 1700 मतों से पराजित हुए थे। इस बार यशोधरा राजे और वीरेन्द्र रघुवंशी के बीच जोरदार मुकाबले के आसार हैं।

यह होगा कोलारस में    

कोलारस विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के पुराने प्रत्याशी एक बार फिर आमने सामने होंगे। भाजपा ने यहां से अपने विधायक देवेन्द्र जैन को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने पिछले चुनाव मं 238 मतों से पराजित जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव पर पुन: दाव लगाया है।

बाहरियों से घिरा करैरा और पोहरी

जिले की करैरा और पोहरी विधानसभा सीट इन दिनों बाहरी प्रत्याशियों से घिरी है यहां करैरा में भाजपा ने ओमप्रकाश खटीक को उतारा है तो वहीं पोहरी में कांग्रेस ने हरिबल्लभ शुक्ला को मैदान में उतारा। ऐसे में भाजश को छोड़कर आई शकुन्तला खटीक मैदान में है तो वहीं स्थानीयता को छोड़ शिवपुरी निवासी ओमप्रकाश को भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया है पोहरी में जरूर पुन: प्रहलाद भारती चुनाव लड़ रहे हैं तो यहां कांग्रेस से विरोधों के बाबजूद भी हरिबल्लभ को ही टिकिट दिया गया है। करैरा और पोहरी में भी पुराने चेहरे एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं। यह बात अलग है कि इस बार उनमें से अनेक के दल अलग-अलग हैं। पोहरी में पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रहलाद भारती ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा प्रत्याशी हरिवल्लभ शुक्ला को लगभग 20 हजार मतों से पराजित किया था। इस बार भी दोनों आमने-सामने हैं। अंतर सिर्फ इतना है कि हरिवल्लभ इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी हैं। श्री शुक्ला दो बार पोहरी से विधायक रह चुके हैं। पहला चुनाव वह जहां कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में जीते थे। वहीं 2003 के विधानसभा चुनाव में समानता दल प्रत्याशी के रूप में उन्होंने जीत हासिल की थी।

करैरा में ओमप्रकाश को करनी होगी मशक्कत

करैरा में भाजपा ने अपने विधायक रमेश खटीक को बदलकर पूर्व विधायक ओमप्रकाश खटीक को टिकट दिया है। इसलिए यहां ओमप्रकाश खटीक को खूब मशक्कत करनी होगी क्योंकि पिछले चुनाव में यहां से रमेश खटीक ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा प्रत्याशी प्रागीलाल जाटव को लगभग 13 हजार मतों से पराजित किया था। उस चुनाव में जनशक्ति पार्टी की उम्मीदवार श्रीमती शकुंतला खटीक तीसरे स्थान पर रहीं थीं। इस बार बसपा प्रत्याशी पुन: प्रागीलाल जाटव हैं जबकि शकुंतला खटीक कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं। पिछोर में कांग्रेस ने चार बार से जीत रहे केपी सिंह को उम्मीदवार बनाया है। जबकि भाजपा ने इस सीट से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। सूत्र बताते हैं कि पिछोर सीट से आज भाजपा अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान कर सकती है।

बसपा नहीं खोल रही शिवपुरी-पिछोर में पत्ते

बहुजन समाज पार्टी ने जिले की पांच सीटों में से तीन सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। पिछले चुनाव में बसपा ने करैरा और पोहरी सीट पर दूसरा स्थान प्राप्त कर सभी को चौंका दिया था। बसपा ने करैरा से पुन: प्रागीलाल को टिकट दिया है जबकि पोहरी सीट से करैरा के पूर्व विधायक लाखन सिंह बघेल को उम्मीदवार बनाया है। कोलारस सीट पर बसपा ने चंद्रभान सिंह यादव को मैदान में उतारा है। अब सिर्फ शिवपुरी और पिछोर सीट पर बसपा प्रत्याशियों की घोषणा का इंतजार है बाबजूद दोनों दलों की दो-दो सूचियां जारी हो गई है लेकिन बहुजन समाज पार्टी ने शिवपुरी और पिछोर से अपने उम्मीदवार अभी तक घोषित नहीं किए है। संभावना है कि शिवपुरी से राजकुमार शाक्य टिकिट के आकांक्षी हैं तो वहीं जिलाध्यक्ष बसपा दयाशंकर गौतम पर भी बसपा दांव खेल सकती है पिछोर सीट में अभी संशय बना हुआ है और यहां से बसपा सोच-समझकर ही प्रत्याशी मैदान में उतारेगी।