समीक्षाएं शुरू: चार में से दो विधायकों के टिकिट क्यों कटे

शिवपुरी। शिवपुरी जिले के पांच में से चार विधानसभा क्षेत्रों के भाजपा प्रत्याशी तय कर लिए गए हैं। भाजपा ने शिवपुरी से यशोधरा राजे सिंधिया, पोहरी से प्रहलाद भारती, कोलारस से देवेन्द्र जैन और करैरा से ओमप्रकाश खटीक को उम्मीदवार बनाया है।

भाजपा ने दो विधायकों शिवपुरी के माखन लाल राठौर और करैरा के रमेश खटीक के टिकिट काट दिये हैं और इनके स्थान पर शिवपुरी से ग्वालियर सांसद यशोधरा राजे सिंधिया तथा करैरा से कोलारस के पूर्व विधायक रहे ओमप्रकाश खटीक को टिकिट दिया गया है। अब भाजपा को सिर्फ पिछोर से प्रत्याशी का चयन करना है। पिछले चार विधानसभा चुनाव  से भाजपा को पिछोर में पराजय मिल रही है।

दिल्ली में कल पत्रकार वार्ता में भाजपा के प्रदेश प्रभारी अनंत कुमार ने 230 में से 147 सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है। इनमें शिवपुरी जिले के चार विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशी शामिल हैं। शिवपुरी से माखन लाल राठौर का टिकिट काटा जाना पूर्व से तय माना जा रहा था। भाजपा यहां से सांसद यशोधरा राजे सिंधिया को चुनाव लड़ाने मन बना चुकी थी, लेकिन आश्चर्य जनक रूप से करैरा से भाजपा ने अपने विधायक रमेश खटीक का टिकिट काटकर ओमप्रकाश खटीक को उम्मीदवार बनाया है।

पिछले चुनाव में रमेश खटीक 13 हजार मतों से चुनाव जीते थे। पिछले विधानसभा चुनाव में कोलारस से विधायक देवेन्द्र जैन महज 238 मतों से चुनाव जीते थे। इस बार भी उनके टिकिट पर तलबार लटक रही थी। लेकिन इस विधानसभा क्षेत्र में उनके विकल्प के रूप में भाजपा को कोई अन्य उम्मीदवार नजर नहीं आया इस कारण श्री जैन को टिकिट देने का निर्णय लिया गया है। पोहरी में पिछले विधानसभा चुनाव में विधायक प्रहलाद भारती 19 हजार से अधिक मतों से चुनाव जीते थे। इतने अधिक अंतर से जीत के कारण ही उनके टिकट पर कोई विवाद नहीं था।

एक बड़ी बिजनेस डील ने काट दिया रमेश खटीक का टिकिट

करैरा से विधायक रमेश खटीक का टिकट इंटर लेवल पॉलिटिक्स के कारण उड़ गया। वो 10 हजार से ज्यादा वोटों से जीतने वाले प्रत्याशी थे और पार्टी गाइडलाइन के हिसाब से भी टिकिट के मजबूत दावेदार थे। बताया जाता है शिवराज सिंह चौहान से लेकर नरेन्द्र तोमर तक सबने उन्हें तैयारियां करने के आदेश दे दिए थे परंतु एन वक्त पर टिकिट बदल गया। बताया जा रहा है कि रमेश खटीक का टिकिट एक बड़ी बिजनेस डील के चलते बदला गया है जिसमें 3 करोड़ से ज्यादा का प्राइमरी इन्वेस्टमेंट है, चुनाव के बाद ये कारोबार सबको दिखाई दे जाएगा। फिलहाल तो रमेश खटीक समर्थकों का विरोध दिखने के संकेत मिल रहे हैं।

यशोधरा राजे की एनओसी बनी ओमप्रकाश के टिकट का आधार

करैरा से भाजपा ने ओमप्रकाश खटीक को उम्मीदवार बनाया है। ओमप्रकाश कोलारस से तीन बार विधायक रह चुके हैं और करैरा के लिए वह बाहरी प्रत्याशी हैं, लेकिन पार्टी में उनकी मजबूत पकड़ है और भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चे के वह राष्ट्रीय पदाधिकारी हैं तथा प्रदेशाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर और अनंत कुमार से भी उनके अच्छे संबंध हैं। चूंकि सर्वे रिपोर्ट के आधार पर रमेश खटीक का टिकट काटा जाना तय किया जा रहा था। ऐसे में पार्टी के पास कोई मजबूत स्थानीय प्रत्याशी नहीं था। इसलिए ओमप्रकाश खटीक  के बारे में विचार किया गया।  सांसद यशोधरा राजे सिंधिया ने भले ही पहले रमेश खटीक का नाम लिया, लेकिन जब उन्हें सर्वे रिपोर्ट का हवाला दिया गया और पूछा गया कि क्या ओमप्रकाश को टिकट दे दिया जाए? तो सूत्र बताते हैं कि उन्होंने इस पर अपनी सहमति व्यक्त की। इस तरह केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक के 24 घंटे पूर्व ओमप्रकाश खटीक के टिकट का रास्ता साफ हुआ।