पहले सेक्स किया, फिर हत्या और लाश को पेड़ पर टांग दिया

शिवपुरी। शादी के तीन माह के अंदर महिला रामसखी की मौत आखिकार अवैध संबंधों की बलि वेदी पर चढ़ी नजर आई जहां उसके पूर्व प्रेमी ने पहले उसके साथ सेक्स किया बाद में अपने ही साथी के साथ साफी से गला दबाकर हत्या कर दी।

पुलिस कंट्रोल रूम में मामले का खुलासा करते हुए एसपी महेन्द्र सिंह सिकरवार द्वारा बताया गया कि मृतिका रामसखी पत्नि शिवेन्द्र दांगी निवासी बड़ा बाजार पुरानी शिवपुरी का विवाह पूर्व से ही प्रेम संबंध आरोपी राजकुमार दांगी पुत्र हरवंश दांगी निवासी ब्रह्म थाना बदरवास से थे, लेकिन रामसखी का विवाह शिवेन्द्र दांगी से उसके परिजनों ने कर दिया। उसके परिजनों ने विवाह के बाद भी राजकुमार रामसखी के संपर्क में था। जिसकी भनक मृतिका के पति शिवेन्द्र को लग गई और वह कोलारस से रामसखी को लेकर शिवपुरी आकर रहने लगा। 

इसके बाद भी राजकुमार ने उसका पीछा नहीं छोड़ा और वह शिवपुरी में आकर रामसखी से मिलने लगा। यह बात जब शिवेन्द्र को ज्ञात हुई तो उसने रामसखी को समझाया और घटना वाले दिन मृतिका ने राजकुमार को उससे न मिलने की बात कही। जिससे आरोपी राजकुमार नाराज हो गया और वह अपने मित्र जनवेद भार्गव निवासी मामोनी को लेकर उसके घर आ धमका।

उस समय उसका मृतिका घर पर अकेली थी। जहां पर राजकुमार ने मृतिका को बहुत समझाया, लेकिन उसने उससे संबंध रखने से इंकार कर दिया। इसके बाद आरोपी राजकुमार ने उसका गला दबा दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। जिससे घबराए राजकुमार ने अपने मित्र जनवेद भार्गव के साथ मिलकर लाश को ठिकाने लगाने की योजना बनाई और लाश को ले जाकर नेशनल पार्क की वाउण्ड्री के पास एक पेड़ पर रस्सी की सहायता से टांग दिया। 

दोनों आरोपियों ने हत्या को आत्महत्या दर्शाने की दृष्टि से यह योजना तैयार की। पत्नी के गायब हो जाने के बाद शिवेन्द्र ने पुलिस में गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन घटना के दो दिन बाद 9 अक्टूबर को रामसखी की लाश पेड़ पर टंगी हुई मिली। जिसे पुलिस ने संदिग्ध मानकर जांच शुरू की।

पुलिस का शक उसके पति शिवेन्द्र पर था और उससे पुलिसने लगातार पूछताछ की, लेकिन उसने इस मामले में अनभिज्ञता जाहिर की और उसने शंका जाहिर की कि राजकुमार दांगी के प्रेम संबंध उसकी पत्नी से थे और इस मामले में उसका हाथ हो सकता है। पुलिस ने शिवेन्द्र की शंका पर राजकुमार को पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन राजकुमार पुलिस को गुमराह करता रहा। 

बार-बार पुलिस की पूछताछ पर वह टूट गया और उसने पुलिस को बताया कि उसी के द्वारा यह हत्या की गई है। जिसका कारण रामसखी द्वारा उसके प्रेम को स्वीकार न करना था और हत्या के मामले में जनवेद भार्गव ने उसका साथ दिया। पुलिस ने कल दोनों आरोपियों के विरूद्ध मामला दर्ज कर आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया।

इस मामले में देहात थाना टीआई संजीव तिवारी की महती भूमिका रही जिन्होंने मामले का शीघ्र पर्दाफाश कर दिया। इस मामले में टीआई श्री तिवारी को पुलिस अधीक्षक डॉ.महेन्द्र सिंह सिकरवार, एड.एसपी आलोक सिंह, एसडीओपी एस.के.एस.तोमर का भी मार्गदर्शन मिला और हत्याकाण्ड का पर्दाफाश कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने मर्ग की जांच के बाद दोनों आरोपियों के विरूद्ध भादवि की धारा 302 और 201 के तहत प्रकरण दर्ज किया है।