लौट के गौतम....

शिवपुरी। भाजपा में हासिए पर डाल दिए गए गणेश गौतम अंतत: वापस सिंधिया खेमे में वापस लौट आए। गौतम अपने स्तर पर धूमधाम से वापस लौटे परंतु उनका स्वागत करने के लिए खुद सिंधिया भी मौजूद नहीं थे।

गौतम ने बिना बुलाए कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद पहला स्टेटमेंट दिया कि वो सिंधिया को सीएम बनाने के लिए कांग्रेस में आए हैं मानो गणेश गौतम प्रदेश स्तर के बड़े जनाधान वाले नेता हो गए, उनके आने से मध्यप्रदेश में सिंधिया के समर्थन में माहौल बन जाएगा।

हां शिवपुरी विधानसभा पर असर पड़ सकता है परंतु सबसे बड़ा सवाल यह है कि महाराज के सिपहसालार तो महल के दीवारों को भी नाराज नहीं करते फिर बुआजी महाराज के खिलाफ कांग्रेस के लिए वोट कैसे मांग सकते हैं।

खैर जो भी हो, फिलहाल तो गणेश गौतम कांग्रेस में लौट आए हैं। एक औपचारिक प्रेस कान्फरेंस भी हो गई। कुछ कहना था कह डाला। कुछ पुरानी यादें ताजा की तों भाजपा के नेताओं का भी आभार जता दिया।

रामसिंह यादव ने गौतम को बताया सिंधिया का निस्वार्थ भक्त

जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव ने गणेश गौतम की सिंधिया के प्रति भक्ति को निस्वार्थ भक्ति का उदाहरण बताया और कहा कि वह टिकट की महत्वाकांक्षा में कांग्रेस में शामिल नहीं हुए। वह कांग्रेस में तब आए जब विधानसभ चुनाव के टिकटों का फैसला हो चुका था। उनके कांग्रेस में आने से पार्टी को फायदा मिलेगा।

गणेश ने कहा सिंधिया करेंगें वीरेन्द्र का प्रचार

पूर्व विधायक गणेश गौतम ने एक सवाल के जबाव में बताया कि भले ही शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी यशोधरा राजे श्री सिंधिया की बुआ हैं, लेकिन वह उनके विरूद्ध प्रचार कर कांग्रेस के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि पहले माधवराव सिंधिया सिंधिया परिवार के मुखिया थे और अब सिंधिया परिवार के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं। जहां तक यशोधरा राजे का सवाल है तो वह परिवार की बेटी हैं और उन्हें हमने विदा कर दिया है।