जहान सिंह की संदिग्ध मौत के मामले में साले पर दर्ज हुआ हत्या का मामला

शिवपुरी-जिले के खनियांधाना थाना क्षेत्र के ग्राम तफार में विगत 3 अक्टूबर को जहान सिंह जाटव की संदिग्ध अवस्था में जलकर मौत हो गई थी। इस पूरे मामले की जब जांच की गई तो मृतक का साला ही अपने जीजा का हत्यारा निकला। जिस पर पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ धारा 302 हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी ने अपने जीजा की हत्या बहन की मारपीट और जमीन के विवाद को लेकर चल रहे झगड़े को खत्म करने के लिए यह कदम उठाया था।

खनियांधाना थाना टीआई देवेन्द्र सिंह जादौन ने जानकारी देते हुए बताया कि जहान सिंह की 7 बीघा जमीन गांव में स्थित है। जिसे जहान सिंह ने अपनी पत्नी पिस्ताबाई के नाम करा दी थी। जिसे बेचने के लिए जब जहान सिंह ने पिस्ताबाई से कहा तो उसका झगड़ा मृतक से होने लगा। इसी बीच पिस्ताबाई ने उक्त जमीन अपने भाई मगन जाटव के नाम करा दी। 

इस बात को लेकर दोनों पति-पत्नी के बीच प्रतिदिन झगड़ा होना शुरू हो गया और मई माह में पिस्ताबाई ने अपने पति का घर छोड़ दिया और मायके जाकर रहने लगी। पत्नी के चले जाने के बाद जहान सिंह गुमसुम रहने लगा और उसे अपनी पत्नी के जाने का गम सताने लगा। इसी बीच उसने निर्णय लिया कि वह अपनी पत्नि को वापिस ले आएगा और विगत 3 अक्टूबर को वह अपनी ससुराल ग्राम तफार पहुंचा और पत्नी से उसके साथ चलने के लिए कहा। जिस पर उन दोनों का एक बार फिर विवाद हो गया और उसके साले मगन जाटव से भी उसका झगड़ा हो गया बाद में जहान सिंह की आग से जलकर गंभीर अवस्था में घायल हो गया। जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। 

जहां उसने अपने बयानों में बताया कि उसके साले ने उस पर पैट्रोल डालकर आग लगा दी। पुलिस इस पूरे मामले को संदिग्ध मानकर चल रही थी और इस मामले में मर्ग की कायम कर जब जांच शुरू की तो जहान सिंह की मौत के मामले में नई परतें उखडऩा शुरू हो गईं और पुलिस मृतक जहान सिंह के बयानों के आधार पर मगन जाटव तक पहुंच गई और जब उससे सघन पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कुबूल लिया। 

उसने पुलिस को बताया कि उसकी बहन पिस्ताबाई ने उस 7 बीघा जमीन को उसके जीजा जहान सिंह के कहने पर जब नहीं बेचा तो उसकी बहन की पिटाई आए दिन करता था और घटना वाले दिन भी उसने उसकी बहन की मेरी आंखों के सामने मारपीट की जो मुझसे सहन नहीं हुई और गुस्से में आकर मैंने अपने जीजा पर पैट्रोल डालकर आग लगा दी। जिससे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।